Industrial Goods/Services
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29th October 2025, 3:57 PM

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वेदांता लिमिटेड की प्रस्तावित डीमर्जर योजना, जिसका उद्देश्य परिचालन को सुव्यवस्थित करना और शेयरधारक मूल्य को अनलॉक करना था, में एक और देरी हो गई है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच, जो इस मामले की सुनवाई कर रही है, का पुनर्गठन किया गया है, जिसके कारण सुनवाई 12 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इसका मतलब है कि ट्रिब्यूनल को पूरे मामले की फिर से सुनवाई करनी होगी, जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा उठाई गई आपत्तियां भी शामिल हैं।
इस प्रक्रियात्मक झटके के बावजूद, वेदांता को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से अपनी संशोधित डीमर्जर योजना के लिए एक महत्वपूर्ण हरी झंडी मिल गई है। प्रारंभिक योजना में कंपनी को छह संस्थाओं में विभाजित करने की परिकल्पना की गई थी, लेकिन संशोधित योजना चार समूह कंपनियों पर केंद्रित है: वेदांता एल्युमिनियम मेटल, तलवंडी साबो पावर, माल्को एनर्जी और वेदांता आयरन एंड स्टील। विशेष रूप से, बेस मेटल्स व्यवसाय, जो प्रारंभिक प्रस्ताव का हिस्सा था, अब मूल वेदांता लिमिटेड के भीतर ही रहेगा।
प्रभाव (Impact) यह बार-बार होने वाली देरी निवेशकों के लिए कंपनी की भविष्य की संरचना और डीमर्जर से मूल्य प्राप्ति की संभावनाओं के संबंध में निरंतर अनिश्चितता पैदा करती है। इससे वेदांता के स्टॉक मूल्य में लंबे समय तक उतार-चढ़ाव आ सकता है और व्यक्तिगत व्यावसायिक इकाइयों के लिए परिचालन दक्षता और केंद्रित प्रबंधन के अपेक्षित लाभों में देरी हो सकती है। रेटिंग: 6/10।
कठिन शब्दावली (Difficult Terms): डीमर्जर (Demerger): किसी कंपनी को दो या दो से अधिक स्वतंत्र संस्थाओं में विभाजित करने की प्रक्रिया। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT): भारत में एक विशेष न्यायिक निकाय जो कॉर्पोरेट विवादों और दिवालियापन की कार्यवाही को संभालने के लिए स्थापित किया गया है। योजना की व्यवस्था (Scheme of Arrangement): एक अदालत-अनुमोदित योजना जिसमें बताया गया है कि कंपनी की कॉर्पोरेट संरचना को कैसे पुनर्गठित किया जाएगा, जिसमें अक्सर डीमर्जर, विलय या पूंजी पुनर्गठन शामिल होता है। पुनर्गठित बेंच (Reconstituted Bench): किसी विशेष कानूनी मामले को सुनने के लिए नियुक्त न्यायाधीशों या सदस्यों का एक नया पैनल, जिसका अर्थ है कि मामले की समीक्षा शुरुआत से की जा सकती है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG): भारत सरकार का वह मंत्रालय जो देश के तेल और गैस क्षेत्र से संबंधित नीतियों और विनियमों के लिए जिम्मेदार है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI): भारत में प्रतिभूतियों और पूंजी बाजार के लिए प्राथमिक नियामक निकाय, जो निवेशक संरक्षण और बाजार की अखंडता के लिए जिम्मेदार है। शेयरधारक मूल्य (Shareholder Value): कंपनी के शेयरधारकों को दिया गया मूल्य, जिसे अक्सर स्टॉक मूल्य वृद्धि और लाभांश से मापा जाता है।