Industrial Goods/Services
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31st October 2025, 12:19 PM
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प्रमुख निर्माण कंपनी एनसीसी लिमिटेड ने घोषणा की है कि उसने अक्टूबर 2025 के दौरान ₹710 करोड़ (माल और सेवा कर - जीएसटी को छोड़कर) के चार अतिरिक्त वर्क ऑर्डर हासिल किए हैं। ये नए अनुबंध उसके बिल्डिंग डिवीजन को ₹590.9 करोड़ और ट्रांसपोर्टेशन डिवीजन को ₹119.1 करोड़ के मिले हैं।
व्यवसाय का यह नया प्रवाह पिछले हफ्ते सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के लिए कोयला और ओवरबर्डन निष्कर्षण और परिवहन कार्य के लिए प्राप्त ₹6828 करोड़ के बड़े अनुबंध के बाद आया है। यह परियोजना झारखंड में अ隣पली ओपनकास्ट प्रोजेक्ट के लिए है। परियोजना में 360 दिनों का विकास चरण और सात साल का उत्पादन चरण, कुल 2,915 दिनों का समय शामिल है। इसके लिए लाखों क्यूबिक मीटर ओवरबर्डन और टन कोयले को संभालने हेतु भारी अर्थ-मूव्हिंग मशिनरी (HEMM) की बड़े पैमाने पर आवश्यकता होगी।
एनसीसी लिमिटेड ने 31 अक्टूबर, 2025 की अपनी नियामक फाइलिंग (Regulatory Filing) में स्पष्ट किया है कि न तो उसके प्रमोटरों और न ही प्रमोटर समूह की उन संस्थाओं में कोई हिस्सेदारी या हित है जिन्होंने ये ऑर्डर दिए हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि इन लेन-देन को संबंधित पक्ष लेन-देन (Related Party Transactions) नहीं माना जाएगा, जिससे पारदर्शिता और कॉर्पोरेट प्रशासन बना रहता है।
प्रभाव: इन नए ऑर्डर, विशेष रूप से सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड से प्राप्त महत्वपूर्ण अनुबंध, एनसीसी लिमिटेड की ऑर्डर बुक को काफी मजबूत करते हैं। यह भविष्य की राजस्व धाराओं और लाभप्रदता के लिए एक सकारात्मक संकेतक है, जो संभावित रूप से निवेशक विश्वास और शेयर प्रदर्शन में वृद्धि कर सकता है। रेटिंग: 8/10
कठिन शब्द: * ओवरबर्डन (Overburden): वह सामग्री जो किसी खनिज भंडार के ऊपर होती है, जिसे अयस्क तक पहुँचने के लिए हटाना पड़ता है। खनन में, यह कोयले की परतों के ऊपर स्थित चट्टान और मिट्टी को संदर्भित करता है। * HEMM (Heavy Earth-Moving Machinery): बड़ी, शक्तिशाली मशीनें जिनका उपयोग निर्माण और खनन में बड़ी मात्रा में मिट्टी, चट्टान और अन्य सामग्री को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। उदाहरणों में एक्सकेवेटर, बुलडोजर और डंप ट्रक शामिल हैं। * संबंधित पक्ष लेन-देन (Related Party Transactions): उन पक्षों के बीच के लेन-देन जो एक-दूसरे से संबंधित हैं, जैसे कि एक कंपनी और उसके निदेशक, प्रमुख शेयरधारक या सहायक कंपनियां। हितों के टकराव को रोकने और निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए इनकी जाँच की जाती है। * नियामक फाइलिंग (Regulatory Filing): वे आधिकारिक दस्तावेज़ जो एक कंपनी को सरकारी नियामक निकायों (जैसे स्टॉक एक्सचेंज या प्रतिभूति आयोग) को अपनी व्यावसायिक, वित्तीय या परिचालन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रकट करने के लिए प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।