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29th October 2025, 5:19 PM

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लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने अपने बोर्ड में एक महत्वपूर्ण नियुक्ति की घोषणा की है, जिसमें पूर्व जी20 शेरपा और नीति आयोग के सीईओ, अमिताभ कांत को गैर-कार्यकारी, स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है। कंपनी के निदेशक मंडल ने 29 अक्टूबर, 2025 को हुई बैठक के दौरान इस नियुक्ति को मंजूरी दी। कांत पांच साल की अवधि के लिए कार्यभार संभालेंगे, जो 29 अक्टूबर, 2025 से शुरू होकर 28 अक्टूबर, 2030 को समाप्त होगा। यह नियुक्ति कंपनी के शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है।
अमिताभ कांत सरकारी सेवा में अपने 45 वर्षों के व्यापक अनुभव के साथ आते हैं, जिसमें भारत के जी20 शेरपा और नीति आयोग के सीईओ के रूप में उनका कार्यकाल शामिल है। उनकी विशेषज्ञता से एलएंडटी को रणनीतिक मार्गदर्शन मिलने की उम्मीद है। यह नियुक्ति एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंडिगो जैसी प्रमुख कंपनियों के बोर्ड में कांत की हालिया नियुक्तियों और फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में उनकी भूमिका के बाद हुई है।
प्रभाव: यह नियुक्ति महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक प्रमुख भारतीय समूह के बोर्ड में एक अत्यधिक अनुभवी और सम्मानित सार्वजनिक हस्ती को लाती है। यह बोर्ड की निरीक्षण क्षमता और रणनीतिक दिशा को बढ़ाता है, जो कॉर्पोरेट प्रशासन और भविष्य की व्यावसायिक रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है। कांत जैसे पृष्ठभूमि वाले स्वतंत्र निदेशक की उपस्थिति निवेशक विश्वास को बढ़ा सकती है। रेटिंग: 7/10।
कठिन शब्द: गैर-कार्यकारी निदेशक (Non-executive Director): एक निदेशक जो कंपनी के दिन-प्रतिदिन के प्रबंधन में शामिल नहीं होता है और वेतन नहीं लेता है, आमतौर पर निरीक्षण और रणनीतिक सलाह प्रदान करता है। स्वतंत्र निदेशक (Independent Director): एक निदेशक जिसका कंपनी के साथ कोई भौतिक व्यावसायिक या वित्तीय संबंध नहीं होता है, जो निष्पक्ष निर्णय और शेयरधारक हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। जी20 शेरपा (G20 Sherpa): जी20 शिखर सम्मेलन में देश के नेता का व्यक्तिगत प्रतिनिधि, नीतिगत मुद्दों और वार्ताओं के समन्वय के लिए जिम्मेदार। नीति आयोग सीईओ (NITI Aayog CEO): भारत के राष्ट्रीय परिवर्तन संस्थान (National Institution for Transforming India) का मुख्य कार्यकारी, जो आर्थिक विकास पर केंद्रित एक सरकारी नीति थिंक टैंक है।