Industrial Goods/Services
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28th October 2025, 7:39 PM

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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि भारत का वार्षिक टोल कलेक्शन अगले दो वर्षों में ₹1.4 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जो वर्तमान ₹55,000 करोड़ से अधिक है। यह अनुमान देश भर में विश्व स्तरीय सड़क अवसंरचना विकसित करने की सरकार की प्रतिबद्धता से प्रेरित है। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के एक सम्मेलन में बोलते हुए, गडकरी ने एक रोडमैप की रूपरेखा तैयार की, जिसमें सुरक्षित, टिकाऊ, आरामदायक और आर्थिक रूप से व्यवहार्य सड़कें बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मजबूत अवसंरचना अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जो उद्योग और व्यापार को बढ़ावा दे सकती है, पूंजी निवेश को आकर्षित कर सकती है, रोजगार सृजित कर सकती है और प्रति व्यक्ति आय बढ़ा सकती है। इसके अलावा, मंत्री ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने और जीवाश्म ईंधन के आयात को कम करने के लिए वैकल्पिक ईंधन पर चलने वाले निर्माण उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इस बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ऐसे पर्यावरण-अनुकूल उपकरणों की खरीद पर सड़क ठेकेदारों को पांच से सात साल के लिए ब्याज मुक्त ऋण की पेशकश करने पर विचार कर रही है।
Impact यह विकास भारत के अवसंरचना क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बढ़ावा का संकेत देता है। टोल कलेक्शन में अनुमानित वृद्धि बढ़ी हुई वाहन आवाजाही और आर्थिक गतिविधि का सुझाव देती है। सड़क निर्माण, टोल प्रबंधन, सड़क सामग्री और संभावित रूप से उन्नत निर्माण उपकरणों से जुड़ी कंपनियों को सकारात्मक प्रभाव देखने की संभावना है। वैकल्पिक ईंधनों पर ध्यान निर्माण उद्योग में टिकाऊ प्रौद्योगिकी में भविष्य के अवसरों को भी इंगित करता है।
Rating: 8/10
Difficult Terms: * Toll collection: यह वह राजस्व है जो वाहनों से विशिष्ट सड़कों, पुलों या सुरंगों के उपयोग के लिए शुल्क लेकर उत्पन्न होता है। * World-class road infrastructure: सड़क नेटवर्क जो डिजाइन, गुणवत्ता, सुरक्षा, दक्षता और तकनीकी एकीकरण के मामले में उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करते हैं। * Confederation of Indian Industry (CII): भारत में एक प्रमुख उद्योग संघ, जो भारतीय उद्योग के हितों का प्रतिनिधित्व करता है और उन्हें बढ़ावा देता है। * Alternate fuels: इंजन में इस्तेमाल होने वाले ईंधन जो पारंपरिक पेट्रोलियम ईंधन के विकल्प के रूप में काम करते हैं, जैसे कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG), बिजली, हाइड्रोजन, या जैव ईंधन। * Fossil fuel: कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस जैसे ईंधन, जो लाखों साल पहले प्राचीन जीवों के अवशेषों से बनते हैं।