Industrial Goods/Services
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31st October 2025, 5:20 AM

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1961 में स्थापित हिंदुस्तान प्लैटिनम, जो कीमती धातुओं को परिष्कृत (refine) और पुनर्प्राप्त (recover) करने में विशेषज्ञता रखती है, मध्य पूर्व, एशिया और यूरोप में स्थित तेल रिफाइनरियों से प्रयुक्त या बेकार उत्प्रेरकों (spent catalysts) के आयात के अवसरों की सक्रिय रूप से तलाश कर रही है। इस पहल के पीछे का मुख्य उद्देश्य भारत के बढ़ते उद्योगों के लिए आवश्यक सामग्रियों की एक स्थिर, दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित करना है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव मिश्रा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कीमती धातुओं की बढ़ती मांग, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा और आभूषण जैसे क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं, उनके वैश्विक सोर्सिंग नेटवर्क के विस्तार को आवश्यक बनाती है। कंपनी कान (Cannes) में आगामी यूरोपीय रिफाइनिंग टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस के दौरान बेल्जियम, जर्मनी, इटली और पोलैंड जैसे देशों के यूरोपीय रिफाइनरों के साथ चर्चा करने का इरादा रखती है। इसके अलावा, सिंगापुर एनर्जी वीक के दौरान सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड के रिफाइनरों के साथ बातचीत पहले ही हो चुकी है। हिंदुस्तान प्लैटिनम अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भी कदम रख रही है, जिसमें सौर ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जो बाजार के रुझानों के अनुरूप एक विविधीकरण रणनीति का संकेत देता है। कंपनी रिपोर्ट करती है कि वह अपनी उत्पादन क्षमता के शिखर पर है, और प्लैटिनम, पैलेडियम और चांदी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। Impact: यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक प्रमुख औद्योगिक सामग्री प्रदाता द्वारा कच्चे माल की आपूर्ति श्रृंखला को सुरक्षित करने के प्रयासों को इंगित करती है। इससे हिंदुस्तान प्लैटिनम के लिए अधिक स्थिर उत्पादन हो सकता है और यह आश्रित भारतीय विनिर्माण क्षेत्रों में वृद्धि का समर्थन कर सकता है। यह घरेलू औद्योगिक मांग को पूरा करने और नए ऊर्जा क्षेत्रों में विस्तार करने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण भी दर्शाता है, जो संभावित रूप से संबंधित उद्योगों में निवेशक विश्वास को बढ़ावा दे सकता है। रेटिंग: 7/10। Difficult Terms: * **"Spent Catalysts"**: ये वो प्रयुक्त उत्प्रेरक हैं जिन्होंने रासायनिक प्रतिक्रियाओं को तेज करने में अपनी प्रभावशीलता खो दी है। इन्हें अक्सर प्लैटिनम और पैलेडियम जैसी मूल्यवान धातुओं को पुनः प्राप्त करने के लिए संसाधित किया जाता है। * **"Precious Metals"**: दुर्लभ और प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले धात्विक तत्व जिनका उच्च आर्थिक मूल्य होता है, जैसे सोना, चांदी, प्लैटिनम और पैलेडियम। * **"Refineries"**: वे सुविधाएं जहाँ कच्चे माल, जैसे कच्चा तेल या कीमती धातुएं, संसाधित और शुद्ध करके अधिक उपयोगी रूपों में तैयार किए जाते हैं। * **"Renewable Energy"**: प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त ऊर्जा जो स्वयं को फिर से भरती है, जैसे सौर, पवन या भूतापीय ऊर्जा। * **"Solar Power"**: सूर्य के प्रकाश से उत्पन्न बिजली, आमतौर पर फोटोवोल्टेइक पैनलों का उपयोग करके बनाई जाती है।