Industrial Goods/Services
|
1st November 2025, 12:23 AM
▶
मुख्य विकास: आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली जिले में भारत के सबसे बड़े ग्रीनफील्ड स्टील प्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है। ArcelorMittal और Nippon Steel के ग्लोबल स्टील दिग्गजों के संयुक्त उद्यम AM/NS इंडिया को इस विशाल परियोजना के लिए आवश्यक पर्यावरण मंजूरी मिल गई है। प्लांट की शुरुआती क्षमता 8.2 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) होगी और इसमें 80,000 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। कंपनी को 2,200 एकड़ ज़मीन आवंटित की गई है और भविष्य में इसकी क्षमता को 24 MTPA तक बढ़ाने की योजना है, जिसके लिए अतिरिक्त 3,300 एकड़ ज़मीन की मांग की गई है। इस साल के भीतर काम शुरू होने की उम्मीद है।
संसाधन प्रबंधन: इस परियोजना का एक अहम पहलू लौह अयस्क की आपूर्ति है। AM/NS इंडिया छत्तीसगढ़ की बैलाडीला खदानों से आपूर्ति की व्यवस्था करेगी। इसके लिए, मौजूदा पाइपलाइन के साथ एक अतिरिक्त स्लरी पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जो लौह अयस्क को छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के ज़रिए ले जाएगी। राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) की ओर से पाइपलाइन को लेकर जताई गई आपत्तियों को बातचीत के ज़रिए सुलझा लिया गया है।
सरकारी सुविधा: मंजूरी की गति उल्लेखनीय रही है, क्योंकि ज़मीन की पहचान से लेकर पर्यावरण मंजूरी तक की पूरी प्रक्रिया में महज़ 14 महीने लगे, जो आमतौर पर दो से चार साल लगते हैं, उससे काफी कम है। ArcelorMittal के CEO आदित्य मित्तल ने आंध्र प्रदेश सरकार की ज़मीन आवंटन और ज़रूरी परमिट व संसाधन लिंक हासिल करने में त्वरित समर्थन के लिए प्रशंसा की। आवंटित ज़मीन पर किसी भी तरह की पारिस्थितिक या जनजातीय बाधाएं नहीं बताई गई हैं।
प्रभाव: यह मेगा-प्रोजेक्ट भारत की औद्योगिक क्षमता और विनिर्माण क्षेत्र को एक बड़ी बढ़ावा देगा। इससे बड़ी संख्या में रोज़गार पैदा होने, आंध्र प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने और स्टील की आपूर्ति बेहतर होने की उम्मीद है। ArcelorMittal और Nippon Steel द्वारा किया गया यह महत्वपूर्ण निवेश भारत की विकास क्षमता में विश्वास को दर्शाता है। सरकारी मदद से परियोजना का कुशल निष्पादन देश में भविष्य के बड़े औद्योगिक विकास के लिए एक मिसाल कायम कर सकता है।