Industrial Goods/Services
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28th October 2025, 11:43 AM

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टाटा स्टील भारत में अपनी स्टील उत्पादन क्षमता का आक्रामक रूप से विस्तार कर रहा है, जिसका लक्ष्य FY25 में 26.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (mtpa) से बढ़कर FY30 तक 40 mtpa करना है। यह विस्तार मजबूत घरेलू मांग से प्रेरित है।
प्रमुख परियोजनाओं में कलिंगनगर में 5 mtpa एकीकृत क्षमता को चालू करना शामिल है, जिससे कुल क्षमता 8 mtpa हो जाएगी, और तीसरे चरण (Phase-III) का विस्तार 13 mtpa का लक्ष्य रखता है। अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में NINL को 1 mtpa से 4.5 mtpa तक बढ़ाना, FY27 तक लुधियाना में 0.75 mtpa इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) स्थापित करना, और मेरामंडली को 5.6 mtpa से 8.2 mtpa तक विस्तारित करना शामिल है।
यूरोप में, टाटा स्टील ग्रीन स्टील बनाने की ओर बढ़ने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसमें यूके में पोर्ट टैलबोट सुविधा को 3 mtpa EAF में परिवर्तित करने और नीदरलैंड में इज़ुइडेन में गैस-आधारित DRI प्लस EAF मार्ग की खोज की योजनाएं शामिल हैं।
कंपनी बेहतर स्टील मूल्य प्राप्ति (price realizations), परिचालन दक्षता (operating efficiencies), और एक मजबूत घरेलू मांग दृष्टिकोण से लाभ उठाने के लिए तैयार है। सेफगार्ड ड्यूटी (safeguard duties) का कार्यान्वयन घरेलू परिचालन की लाभप्रदता को और बढ़ाएगा।
हालांकि वैश्विक अनिश्चितताएं मौजूद हैं, टाटा स्टील के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण मजबूत माना जाता है। भारतीय व्यवसाय अपने मजबूत प्रदर्शन को बनाए रखेगा, और यूरोपीय व्यवसाय में सुधार समग्र आय का समर्थन करेगा।
अपने वर्तमान बाजार मूल्य पर, टाटा स्टील आकर्षक मूल्यांकन (attractive valuations) पर कारोबार कर रहा है, जिसमें 6.8x EV/EBITDA और 1.9x FY27E P/B शामिल है। विश्लेषकों ने स्टॉक को 'Neutral' से 'BUY' में अपग्रेड किया है, और सितंबर 2027 के लिए अनुमानित, सम ऑफ द पार्ट्स (SOTP)-आधारित लक्ष्य मूल्य (TP) ₹210 निर्धारित किया है।