सितंबर तक, 610 से अधिक मिड-मार्केट कंपनियों ने भारत में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) स्थापित किए हैं, जिनमें 4,62,000 से अधिक पेशेवर कार्यरत हैं। यह क्षेत्र तेज़ी से बढ़ रहा है और 2030 तक 950 से अधिक GCCs की मेजबानी करने का अनुमान है, जो भारत के सेवा क्षेत्र में मजबूत वृद्धि का संकेत देता है।