भारत रसायन ने निवेशकों को चौंकाया: मेगा स्टॉक स्प्लिट और 1:1 बोनस इश्यू की घोषणा!
Overview
भारत रसायन लिमिटेड ने 2:1 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट और 1:1 बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की है, जिसके लिए 12 दिसंबर 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की गई है। इस महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट कार्रवाई का उद्देश्य शेयरधारकों के मूल्य को बढ़ाना और शेयरों की तरलता (liquidity) में वृद्धि करना है।
Stocks Mentioned
भारत रसायन लिमिटेड ने दो महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट कार्रवाइयों की घोषणा करके बाजार में उत्साह की लहरें दौड़ा दी हैं: एक स्टॉक स्प्लिट और एक बोनस इश्यू। इन कदमों से निवेशकों का विश्वास बढ़ने और कंपनी के स्टॉक की तरलता (liquidity) में वृद्धि होने की उम्मीद है।
प्रमुख कॉर्पोरेट कार्रवाइयों का विवरण:
- कंपनी ने इन कॉर्पोरेट कार्रवाइयों के लिए शुक्रवार, 12 दिसंबर 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की है।
- स्टॉक स्प्लिट 2:1 के अनुपात में करने की योजना है। इसका मतलब है कि 10 रुपये के फेस वैल्यू वाला प्रत्येक मौजूदा इक्विटी शेयर 5 रुपये के फेस वैल्यू वाले दो नए इक्विटी शेयरों में विभाजित हो जाएगा।
- स्टॉक स्प्लिट के बाद, भारत रसायन 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करेगा। शेयरधारकों को रिकॉर्ड डेट पर धारित 5 रुपये फेस वैल्यू वाले प्रत्येक पूरी तरह से भुगतान किए गए इक्विटी शेयर के लिए 5 रुपये फेस वैल्यू का एक नया बोनस इक्विटी शेयर मिलेगा।
- बोनस शेयरों का कुल इश्यू 83,10,536 इक्विटी शेयरों तक होने की उम्मीद है।
कंपनी की पृष्ठभूमि और प्रदर्शन:
- 1989 में स्थापित, भारत रसायन लिमिटेड एग्रो-केमिकल (कृषि-रसायन) क्षेत्र में एक प्रमुख निर्माता है, जो टेक्निकल ग्रेड पेस्टिसाइड्स (कीटनाशक) और इंटरमीडिएट्स (मध्यवर्ती रसायन) में विशेषज्ञता रखती है।
- कंपनी लैम्डा साइहलोथ्रिन टेक्निकल, मेट्रिब्यूजिन टेक्निकल, थियामेथॉक्सम और फिप्रोनिल जैसे प्रमुख कीटनाशकों के साथ-साथ मेटाफेनोक्सी बेंजाल्डिहाइड जैसे इंटरमीडिएट्स का भी निर्माण करती है।
- हाल ही में पेश किए गए फ्लक्सामेटैमाइड और डाययूरॉन टेक्निकल जैसे उत्पाद इसके पोर्टफोलियो का विस्तार कर रहे हैं।
- कंपनी का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 4,400 करोड़ रुपये से अधिक है।
- प्रमोटरों की कंपनी में 74.99 प्रतिशत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।
हालिया स्टॉक प्रदर्शन:
- गुरुवार को, भारत रसायन लिमिटेड के शेयरों में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जो 10,538.25 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे।
- स्टॉक वर्तमान में अपने 52-सप्ताह के निम्नतम स्तर 8,807.45 रुपये प्रति शेयर से लगभग 20 प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा है।
- स्टॉक का 52-सप्ताह का उच्च स्तर 12,121 रुपये प्रति शेयर है।
- विशेष रूप से, 'वॉल्यूम में उछाल' (Spurt in Volume) देखा गया, जिसमें बीएसई (BSE) पर ट्रेडिंग वॉल्यूम चार गुना से अधिक बढ़ गया।
प्रभाव:
- स्टॉक स्प्लिट्स और बोनस इश्यू को आम तौर पर निवेशकों द्वारा सकारात्मक रूप से देखा जाता है क्योंकि वे शेयरों को अधिक सुलभ बना सकते हैं और भविष्य के विकास में कंपनी के आत्मविश्वास का संकेत दे सकते हैं।
- स्प्लिट प्रति-शेयर मूल्य को कम कर सकता है, जो संभावित रूप से खुदरा निवेशकों (retail investors) के एक व्यापक आधार को आकर्षित कर सकता है।
- बोनस इश्यू मौजूदा शेयरधारकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के अधिक शेयर प्रदान करता है, जिससे उनकी होल्डिंग बढ़ती है।
- प्रभाव रेटिंग: 7/10
कठिन शब्दों का अर्थ:
- स्टॉक स्प्लिट / शेयरों का उप-विभाजन (Subdivision of Shares): एक कॉर्पोरेट कार्रवाई जिसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई शेयरों में विभाजित करती है, जिससे बकाया शेयरों की संख्या बढ़ जाती है लेकिन प्रति शेयर कीमत कम हो जाती है। उदाहरण के लिए, 2:1 स्प्लिट का मतलब है कि एक शेयर दो बन जाता है।
- बोनस इश्यू (Bonus Issue): एक कंपनी द्वारा अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में अतिरिक्त शेयर जारी करने की पेशकश, आमतौर पर उनकी वर्तमान शेयरधारिता के अनुपात में।
- रिकॉर्ड डेट (Record Date): एक कंपनी द्वारा निर्धारित एक विशिष्ट तिथि, जिससे यह निर्धारित होता है कि कौन से शेयरधारक लाभांश (dividends), स्टॉक स्प्लिट्स, बोनस शेयर या अन्य कॉर्पोरेट कार्रवाइयों को प्राप्त करने के पात्र हैं।
- टेक्निकल ग्रेड पेस्टिसाइड्स (Technical Grade Pesticides): कीटनाशकों के अत्यंत शुद्ध रूप जिनका उपयोग कीटनाशक योगों (pesticide formulations) के निर्माण में किया जाता है।
- इंटरमीडिएट्स (Intermediates): रासायनिक यौगिक जो एक बड़ी संश्लेषण प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं, जिनका उपयोग अंतिम उत्पाद बनाने के लिए किया जाता है।
- मार्केट कैपिटलाइज़ेशन (Market Capitalization): किसी कंपनी के बकाया शेयरों का कुल बाजार मूल्य।
- प्रमोटर्स (Promoters): किसी कंपनी के संस्थापक या प्रारंभिक मालिक, जो आम तौर पर उसके शेयरों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रखते हैं और अक्सर प्रबंधन में शामिल होते हैं।
- वॉल्यूम में उछाल (Spurt in Volume): एक विशिष्ट अवधि के दौरान कारोबार किए गए शेयरों की संख्या में महत्वपूर्ण और तीव्र वृद्धि।

