Healthcare/Biotech
|
Updated on 11 Nov 2025, 03:40 pm
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
▶
डेनिश हेल्थकेयर कंपनी नोवो नॉर्डिस्क ने भारत में अपनी इंजेक्टेबल दवा वेगोवी (सेमाग्लूटाइड) की कीमतों में महत्वपूर्ण कटौती की घोषणा की है, जो डायबिटीज और क्रोनिक वेट मैनेजमेंट (लंबे समय तक वजन प्रबंधन) के लिए एक प्रमुख उपचार है। शुरुआती खुराक (0.25 mg) की कीमत में 37% की कमी आई है, जो अब ₹2,712 प्रति सप्ताह है। अन्य खुराक की ताकत (strengths) में भी उल्लेखनीय कटौती की गई है: 0.5 mg और 1.0 mg के लिए 20%, 1.7 mg के लिए 32%, और 2.4 mg खुराक के लिए 36.9%। यह रणनीतिक कदम नोवो नॉर्डिस्क की एमक्योर फार्मास्युटिकल्स के साथ हालिया साझेदारी के बाद आया है, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में मरीजों के लिए वेगोवी की पहुंच का विस्तार करना है। नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, विक्रांत श्रोत्रिया ने कहा, "मोटापा भारत के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, और यह मूल्य संशोधन हमारे मिशन को रेखांकित करता है कि हम भारतीयों को गुणवत्तापूर्ण मोटापा उपचार प्रदान करें जो प्रभावी, सुरक्षित, सुविधाजनक और उनके दैनिक जीवन में टिकाऊ हो।" एंटी-ओबेसिटी सेगमेंट (मोटापा-रोधी खंड) काफी गतिशील है, जिसमें एली लिली का मौनजारो (Mounjaro) भी हाल ही में सिप्ला (Cipla) के साथ साझेदारी करके अपनी बाजार पहुंच बढ़ा रहा है। प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में, नोवो नॉर्डिस्क का सेमाग्लूटाइड पेटेंट अगले साल की शुरुआत में समाप्त होने वाला है, जो संभावित रूप से जेनेरिक संस्करणों (generic versions) के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकता है। **प्रभाव:** एमक्योर फार्मास्युटिकल्स के माध्यम से इस आक्रामक मूल्य निर्धारण रणनीति और उन्नत वितरण से भारत में वेगोवी की बाजार पैठ (market penetration) और बिक्री की मात्रा (sales volume) में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। यह तेजी से बढ़ते डायबिटीज और मोटापे की दवाओं के बाजार में प्रतिस्पर्धा को तेज करता है, जो अन्य वैश्विक और घरेलू दवा कंपनियों की रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है। यह कदम उन्नत चिकित्सीय उपचारों (advanced therapeutic treatments) के लिए भारत के बढ़ते महत्व को भी रेखांकित करता है। जो निवेशक भारतीय दवा क्षेत्र, विशेष रूप से डायबिटीज, मोटापा प्रबंधन, या संभावित जेनेरिक दवा निर्माण से जुड़ी कंपनियों पर नजर रख रहे हैं, उन्हें इन विकासों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। रेटिंग: 8/10।