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Updated on 06 Nov 2025, 07:50 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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इंडोको रेमेडीज लिमिटेड ने अपनी दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए, जिसमें शुद्ध घाटा पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही के ₹9.6 करोड़ से घटकर ₹8 करोड़ हो गया। कंपनी के राजस्व में साल-दर-साल 12% की स्वस्थ वृद्धि देखी गई, जो ₹433 करोड़ से बढ़कर ₹485 करोड़ हो गया। ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) में भी 6.6% की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष के ₹41 करोड़ से बढ़कर ₹43.4 करोड़ हो गई। हालांकि, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में कंपनी के EBITDA मार्जिन में मामूली गिरावट आई है, जो 9.4% से घटकर 9.0% हो गए।
इसके विपरीत, वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में इंडोको रेमेडीज ने ₹35.6 करोड़ का शुद्ध घाटा और EBITDA में 62.8% की महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की थी। पहली तिमाही के लिए राजस्व में केवल 1.5% की मामूली वृद्धि हुई थी।
Q2 नतीजों के बाद, इंडोको रेमेडीज के शेयरों में गुरुवार, 6 नवंबर को तेजी आई। लगभग 11:55 बजे स्टॉक लगभग ₹275 पर 1.5% ऊपर कारोबार कर रहा था। पिछले छह महीनों में, स्टॉक में 14.4% की सराहना हुई है, हालांकि इस साल अब तक लगभग 18% की गिरावट आई है।
प्रभाव (Impact): यह सकारात्मक आय रिपोर्ट निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा देने की संभावना है, जिससे इंडोको रेमेडीज लिमिटेड के लिए स्टॉक मूल्य में निरंतर वृद्धि और बेहतर बाजार भावना देखी जा सकती है।
कठिन शब्दों की व्याख्या (Difficult Terms Explained): EBITDA: ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization)। यह मीट्रिक ब्याज व्यय, करों और गैर-नकद शुल्कों जैसे मूल्यह्रास और परिशोधन को छोड़कर कंपनी के परिचालन प्रदर्शन को इंगित करता है। EBITDA मार्जिन: यह EBITDA को कुल राजस्व से विभाजित करके गणना की जाती है। यह बिक्री के प्रतिशत के रूप में कंपनी के मुख्य परिचालन की लाभप्रदता को मापता है, जो दर्शाता है कि कंपनी अपने राजस्व से कितनी कुशलता से आय उत्पन्न कर रही है। शुद्ध घाटा (Net Loss): तब होता है जब किसी कंपनी का कुल व्यय एक विशिष्ट अवधि में उसके कुल राजस्व से अधिक हो जाता है। राजस्व (Revenue): कंपनी के प्राथमिक संचालन से संबंधित वस्तुओं या सेवाओं की बिक्री से उत्पन्न कुल आय।