Healthcare/Biotech
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30th October 2025, 7:34 AM

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डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज के शेयरों में गुरुवार के कारोबार में 6% की भारी गिरावट देखी गई, जो इंट्राडे में ₹1,180.90 के निचले स्तर पर पहुंच गया। यह तेज गिरावट कंपनी की उस घोषणा के बाद आई जब उन्हें कनाडा के फार्मास्युटिकल ड्रग्स निदेशालय से गैर-अनुपालन (non-compliance) का नोटिस मिला। यह नोटिस सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन के लिए उनके एब्रिविएटेड न्यू ड्रग सबमिशन (ANDS) से संबंधित है। डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज ने एक बयान जारी कर हितधारकों को आश्वासन दिया है कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर और जल्द से जल्द कनाडाई अधिकारियों को अपनी प्रतिक्रिया जमा करेंगे। कंपनी ने अपने प्रस्तावित सेमाग्लूटाइड उत्पाद की गुणवत्ता, सुरक्षा और तुलनात्मकता (comparability) पर विश्वास जताया है, और कनाडा और अन्य बाजारों में रोगियों के लिए इस थेरेपी को उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर, विशेष रूप से फार्मास्युटिकल क्षेत्र पर, व्यापक प्रभाव पड़ा। डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज, जिसका निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 9.8% भारांक (weightage) है, ने इंडेक्स में 0.69% की गिरावट में योगदान दिया। अन्य फार्मास्युटिकल स्टॉक जैसे ज़ाइडस लाइफसाइंसेज, सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज और ल्यूपिन भी 1% से 1.60% के बीच गिरे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि नोटिस का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि डॉ रेड्डीज को पहला जेनेरिक फाइलर (generic filer) माना जा रहा था और वह जनवरी 2026 के लॉन्च की तैयारी कर रही थी। कंपनी ने कनाडा के सेमाग्लूटाइड बाजार से सालाना $300 मिलियन राजस्व का अनुमान लगाया था। गैर-अनुपालन नोटिस इस अवसर को जोखिम में डालता है कि वह शुरुआती बाजार हिस्सेदारी हासिल कर सके। प्रभाव: इस नियामक झटके से उत्पाद लॉन्च में संभावित देरी हो सकती है, अनुमानित राजस्व और बाजार हिस्सेदारी में कमी आ सकती है, और समस्या के समाधान होने तक शेयर की कीमतों में और उतार-चढ़ाव आ सकता है। प्रभाव रेटिंग: 7/10।