Energy
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Updated on 15th November 2025, 10:14 AM
Author
Satyam Jha | Whalesbook News Team
भारत ने अक्टूबर में रूस से 2.5 अरब डॉलर मूल्य के कच्चे तेल का आयात किया, जिससे वह चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार बन गया है। यह अमेरिका की बार-बार की आपत्तियों के बावजूद हो रहा है, जिसने चिंता जताई है कि ये आयात रूस के यूक्रेन युद्ध को वित्त पोषित कर रहे हैं। रूसी तेल निर्यातकों पर हाल के अमेरिकी प्रतिबंधों का पूरा प्रभाव दिसंबर के आयात आंकड़ों में दिखाई देने की उम्मीद है।
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अमेरिका द्वारा आपत्ति जताए जाने के बावजूद, भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात जारी रखा है। अकेले अक्टूबर में, भारत ने रूस से 2.5 अरब डॉलर मूल्य का कच्चा तेल आयात किया, जिससे यह चीन (3.7 अरब डॉलर) के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार बन गया है। कुल मिलाकर, अक्टूबर में रूस से भारत का कुल जीवाश्म ईंधन (fossil fuel) का आयात 3.1 अरब डॉलर था। चीन 5.8 अरब डॉलर के साथ कुल जीवाश्म ईंधन आयात में सबसे ऊपर रहा।
पश्चिमी देशों ने भारत और चीन से रूसी ऊर्जा की खरीद कम करने का आग्रह किया है, क्योंकि उन्हें चिंता है कि यह पैसा यूक्रेन में रूस के युद्ध को बढ़ावा दे रहा है। प्रमुख रूसी तेल निर्यातकों जैसे रोसनेफ्ट और लुकोइल पर अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए प्रतिबंधों का असर दिसंबर के आयात आंकड़ों में दिखाई देगा।
कच्चे तेल के अलावा, भारत ने अक्टूबर में रूसी कोयला (351 मिलियन डॉलर) और तेल उत्पाद (222 मिलियन डॉलर) भी आयात किए। चीन रूसी कोयले का शीर्ष आयातक बना रहा। तुर्की रूसी तेल उत्पादों का प्रमुख खरीदार था (957 मिलियन डॉलर)।
प्रभाव: इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर मध्यम प्रभाव पड़ता है। रूसी तेल पर निरंतर निर्भरता ऊर्जा की कीमतों, आयात लागतों को प्रभावित कर सकती है और भू-राजनीतिक व्यापारिक संबंधों को प्रभावित कर सकती है। ऊर्जा वितरण और शोधन (refining) कंपनियों पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है। रेटिंग: 6/10।
कठिन शब्दों की व्याख्या: कच्चा तेल (Crude Oil): बिना परिष्कृत किया गया पेट्रोलियम जो स्वाभाविक रूप से मिलता है। इससे गैसोलीन, डीजल जैसे उत्पाद बनते हैं। जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuels): कोयला, गैस, तेल जैसे प्राकृतिक ईंधन जो जीवित जीवों के अवशेषों से बनते हैं। प्रतिबंध (Sanctions): अंतर्राष्ट्रीय कानून तोड़ने पर लगाए गए दंड। अमेरिकी प्रतिबंध रूस की तेल बिक्री से राजस्व कम करने के लिए हैं। रिफाइनरी (Refineries): औद्योगिक संयंत्र जहां कच्चे तेल को परिष्कृत करके उपयोगी उत्पाद बनाए जाते हैं।