Energy
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Updated on 13th November 2025, 7:39 PM
Author
Abhay Singh | Whalesbook News Team
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कोल इंडिया लिमिटेड और एनएलसी इंडिया लिमिटेड जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रमों (PSUs) से दुर्लभ मृदा तत्वों (rare earth elements) और महत्वपूर्ण खनिजों (critical minerals) के लिए परीक्षण बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने कोयले की गुणवत्ता में सुधार और भारत की आयात निर्भरता को कम करने के लिए कोयला वाशरियों के प्राथमिकता वाले विकास पर भी जोर दिया। कंपनियों को इन पहलों के लिए आउटसोर्सिंग और बाहरी धन जुटाने के अवसरों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
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केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) को मूल्यवान संसाधनों की पहचान और निष्कर्षण के अपने प्रयासों को बढ़ाने का निर्देश दिया है। प्रमुख निर्देशों में ओवरबर्डन परीक्षण (overburden testing) बढ़ाना और दुर्लभ मृदा तत्वों और महत्वपूर्ण खनिजों का पता लगाने के लिए अधिक बार नमूनाकरण (sampling) करना शामिल है, जो आधुनिक उद्योगों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मंत्री ने परियोजनाओं के लिए समय पर मंजूरी सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण मंत्रालय के साथ मजबूत समन्वय के महत्व पर भी जोर दिया। कोयला वाशरियों (coal washeries) के प्राथमिकता वाले विकास पर एक महत्वपूर्ण ध्यान केंद्रित किया गया था। ये सुविधाएं घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए, कोयले की गुणवत्ता में सुधार करने और इस प्रकार आयात की आवश्यकता को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इसके अलावा, रेड्डी ने PSUs को कोयला वाशरियों के लिए आउटसोर्सिंग विकल्पों और उपयुक्त व्यावसायिक मॉडल का पता लगाने की सलाह दी, और उन्हें बाहरी वित्त पोषण और साझेदारी खोजने के लिए प्रोत्साहित किया। यह तब आता है जब कई निजी हितधारकों ने भारतीय कोयला क्षेत्र में निवेश करने में रुचि दिखाई है।
प्रभाव: इस खबर से भारतीय ऊर्जा और खनन क्षेत्रों पर मध्यम से उच्च प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। यह कोयला खनन के भीतर संसाधन विविधीकरण की ओर एक रणनीतिक बदलाव, कोयला और महत्वपूर्ण खनिजों दोनों के लिए आयात बिलों में संभावित कमी, और PSUs के लिए बेहतर परिचालन दक्षता का संकेत देता है। निजी निवेश को प्रोत्साहन से कोयला वाशरियों जैसे बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास को भी बढ़ावा मिल सकता है। रेटिंग: 7/10
कठिन शब्द: दुर्लभ मृदा तत्व (Rare Earth Elements): 17 धात्विक तत्वों का एक समूह जिनके अद्वितीय रासायनिक गुण होते हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, मैग्नेट और नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों के लिए आवश्यक हैं। महत्वपूर्ण खनिज (Critical Minerals): वे खनिज जो आधुनिक आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं, लेकिन भू-राजनीतिक कारकों या भूवैज्ञानिक कमी के कारण आपूर्ति व्यवधानों की क्षमता में हैं। ओवरबर्डन परीक्षण (Overburden Testing): खनिज भंडार के ऊपर स्थित चट्टान और मिट्टी की परतों का विश्लेषण करने की प्रक्रिया, निष्कर्षण की व्यवहार्यता और विधि का आकलन करने के लिए। कोयला वाशरियां (Coal Washeries): औद्योगिक संयंत्र जहां कोयले को संसाधित करके राख और सल्फर जैसी अशुद्धियों को दूर किया जाता है, जिससे बिजली उत्पादन या अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों में उपयोग से पहले उसकी गुणवत्ता और तापीय मान में सुधार होता है।