Energy
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Updated on 16th November 2025, 6:44 AM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
भारत ने अक्टूबर में रूसी कच्चे तेल पर €2.5 अरब खर्च किए, जो चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा खरीदार बना रहा। अमेरिका द्वारा प्रमुख रूसी तेल उत्पादकों पर नए प्रतिबंधों के बावजूद यह खर्च सितंबर से अपरिवर्तित रहा, जिसके कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों को अस्थायी रूप से आयात रोकना पड़ा है। यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रियायती रूसी तेल पर भारत की निर्भरता तेजी से बढ़ी है, जो अब इसके कुल कच्चे तेल आयात का लगभग 40% है।