Energy
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Updated on 07 Nov 2025, 04:44 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) ने Q2 FY26 में 11,476 करोड़ रुपये का मामूली 2 प्रतिशत साल-दर-साल राजस्व वृद्धि दर्ज की। हालांकि, बढ़ी हुई अन्य लागतों के कारण लाभप्रदता दबाव में थी, जिससे EBITDA मार्जिन 661 आधार अंक घटकर 79.4 प्रतिशत हो गया। समायोजित शुद्ध लाभ (Adjusted Net Profits) साल-दर-साल 6 प्रतिशत घटकर 3,566 करोड़ रुपये हो गया, जो आम सहमति अनुमानों से 10 प्रतिशत कम था, इसका मुख्य कारण अन्य आय में बड़ी गिरावट थी। परिसंपत्तियों के पूंजीकरण (asset capitalization) पर निष्पादन चुनौतियों, विशेष रूप से राइट-ऑफ-वे (RoW) विवादों से देरी का प्रभाव पड़ा, जिसमें पहली छमाही में केवल 4,587 करोड़ रुपये का पूंजीकरण हुआ। हालांकि, निष्पादन में तेजी आने के साथ आय का दृष्टिकोण बेहतर होने वाला है। मार्च 2025 में जारी RoW मुआवजे के लिए नए सरकारी मानदंड महत्वपूर्ण बाधाओं को दूर कर रहे हैं, खासकर शहरी क्षेत्रों में, जिससे वर्ष की दूसरी छमाही से परियोजनाओं के चालू होने की गति बढ़ेगी। PGCIL ने एक आक्रामक बहु-वर्षीय पूंजीगत व्यय (Capex) योजना की रूपरेखा तैयार की है, जिसमें FY26 में 28,000–30,000 करोड़ रुपये, FY27 में 35,000 करोड़ रुपये और FY28 में 45,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है, ताकि भारत के ट्रांसमिशन विस्तार और नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण का समर्थन किया जा सके। वर्तमान प्रोजेक्ट पाइपलाइन 1.52 लाख करोड़ रुपये की है। कंपनी डेटा सेंटर, क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन और स्मार्ट मीटरिंग जैसे नए खंडों में भी विविधता ला रही है। मूल्यांकन (Valuations) उचित माने जा रहे हैं, स्टॉक अपने FY27 अनुमानित आय के लगभग 15 गुना और बुक वैल्यू के 2.4 गुना पर कारोबार कर रहा है, खासकर हाल ही में अपने शिखर से सुधार के बाद। वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही पूंजीकरण-भारी होने की उम्मीद है, जो राजस्व और लाभ की पहचान को गति देगी। प्रभाव: यह खबर पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के लिए एक सकारात्मक भविष्य का दृष्टिकोण दर्शाती है, जो मजबूत परियोजना निष्पादन, महत्वपूर्ण विस्तार योजनाओं और नियामक समर्थन से प्रेरित है। इन कारकों से वित्तीय प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है, जो संभावित रूप से निवेशक विश्वास और कंपनी के स्टॉक मूल्यांकन को बढ़ाएगा। रेटिंग: 8/10. मुख्य शब्दावली व्याख्या: * **RoW (Right-of-Way)**: भूमि के उपयोग का कानूनी अधिकार, जैसे बिजली पारेषण लाइनें बिछाना। भूस्वामियों या अधिकारियों से RoW प्राप्त करने में देरी परियोजना निर्माण को रोक सकती है। * **Capex (Capital Expenditure)**: बुनियादी ढांचे, संपत्ति और उपकरण जैसी भौतिक संपत्तियों को प्राप्त करने या अपग्रेड करने में कंपनी द्वारा निवेश किया गया धन। PGCIL का कैपेक्स ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार के लिए है। * **EBITDA**: ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई; कंपनी की परिचालन लाभप्रदता का एक माप। * **Adjusted Net Profits**: करों और ब्याज सहित सभी खर्चों के बाद लाभ, गैर-आवर्ती मदों के लिए कुछ समायोजनों के साथ। * **Capitalisation**: किसी कंपनी की बैलेंस शीट पर व्यय को संपत्ति के रूप में रिकॉर्ड करने की प्रक्रिया, आमतौर पर जब कोई परियोजना पूरी हो जाती है और उपयोग के लिए तैयार होती है। * **Regulated RoE (Return on Equity)**: शेयरधारकों द्वारा निवेश की गई पूंजी पर रिटर्न की एक स्थिर दर, जो नियामक निकायों द्वारा उपयोगिता कंपनियों के लिए निर्धारित की जाती है, अनुमानित आय सुनिश्चित करती है। * **Basis Points**: 1% के 1/100वें हिस्से के बराबर एक इकाई। 661 आधार अंकों का मतलब 6.61% की कमी है।