Energy
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Updated on 12 Nov 2025, 01:30 pm
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team

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टाटा पावर के नवीनतम वित्तीय परिणामों ने मिश्रित प्रदर्शन दिखाया है, जिसमें ₹3,300 करोड़ का समेकित EBITDA और ₹920 करोड़ का समायोजित लाभ (PAT) दर्ज किया गया। ये आंकड़े बाजार की उम्मीदों से क्रमशः लगभग 12% और 13% कम थे। इस कमी का प्राथमिक कारण दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी के मुंद्रा बिजली संयंत्र का अस्थायी शटडाउन था। हालांकि, इसके ओडिशा वितरण व्यवसाय के मजबूत प्रदर्शन और टीपी सोलर में परिचालन के विस्तार से कुछ हद तक भरपाई हुई। आगे बढ़ते हुए, टाटा पावर ने नवीकरणीय ऊर्जा (RE) विस्तार के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं। कंपनी का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2026 (H2-FY26) की दूसरी छमाही में 1.3 गीगावाट (GW) RE क्षमता स्थापित करना है। वित्तीय वर्ष 2027 के लिए वार्षिक RE क्षमता स्थापना का लक्ष्य 2 से 2.5 GW पर स्थिर है। संभावित नए वितरण प्रोजेक्ट, जैसे उत्तर प्रदेश डिस्कॉम का निजीकरण, और मुंद्रा प्लांट के लिए एक पूरक पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) सुरक्षित करना, महत्वपूर्ण कारक के रूप में पहचाने गए हैं जो स्टॉक को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, टाटा पावर ने 10 GW के इनगॉट और वेफर निर्माण क्षमता में निवेश करके टीपी सोलर में अपनी बैकवर्ड इंटीग्रेशन क्षमताओं को मजबूत करने की योजना की घोषणा की है। कंपनी इस विस्तार के लिए आवश्यक सब्सिडी हासिल करने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों के साथ सक्रिय रूप से चर्चा कर रही है। प्रभाव: इस खबर का टाटा पावर के स्टॉक पर सकारात्मक प्रभाव है, क्योंकि विश्लेषक 'खरीदें' (Buy) रेटिंग बनाए हुए हैं और उन्होंने ₹500 प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्य बढ़ाया है, जो अल्पकालिक वित्तीय बाधाओं के बावजूद कंपनी की दीर्घकालिक विकास संभावनाओं में विश्वास दर्शाता है। नवीकरणीय ऊर्जा और विनिर्माण विस्तार पर ध्यान केंद्रित करना टिकाऊ और एकीकृत संचालन की ओर एक रणनीतिक बदलाव का संकेत देता है। रेटिंग: 7/10