Energy
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Updated on 11 Nov 2025, 01:50 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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टाटा पावर कंपनी लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (30 सितंबर, 2025 को समाप्त) के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं, जो एक मजबूत प्रदर्शन दर्शाते हैं। कंपनी का कर पश्चात लाभ (PAT) साल-दर-साल 14% बढ़कर 1,245 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 1,093 करोड़ रुपये था। जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए कुल राजस्व पिछले वर्ष के 15,247 करोड़ रुपये से 3% बढ़कर 15,769 करोड़ रुपये हो गया। EBITDA में भी सकारात्मक गति देखी गई, जो साल-दर-साल 6% बढ़कर 4,032 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष के 3,808 करोड़ रुपये से अधिक है। डॉ. प्रवीण सिन्हा, सीईओ और प्रबंध निदेशक, टाटा पावर ने कंपनी की रणनीतिक पहलों के बारे में आशावाद व्यक्त किया है। उन्होंने पारंपरिक उत्पादन और स्वच्छ ऊर्जा सहित अपने विविध व्यावसायिक क्षेत्रों में वृद्धि पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि टाटा पावर 10 गीगावाट (GW) स्वच्छ क्षमता के निर्माण और 5 गीगावाट (GW) हाइब्रिड और FDRE परियोजनाओं की पाइपलाइन के साथ विस्तार के लिए अच्छी स्थिति में है। कंपनी की सौर विनिर्माण सुविधाएं पूरी क्षमता पर काम कर रही हैं, जो 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करती हैं। इसके अलावा, रूफटॉप सोलर सेगमेंट में रिकॉर्ड तोड़ स्थापनाएं जारी हैं, और कंपनी का लक्ष्य बिजली अधिनियम में प्रस्तावित संशोधनों का लाभ उठाकर 2030 तक 40 मिलियन उपभोक्ताओं की सेवा के लिए अपने वितरण पदचिह्न का विस्तार करना है। प्रभाव यह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और रणनीतिक दृष्टिकोण टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के लिए सकारात्मक संकेतक हैं। इन परिणामों से निवेशकों का विश्वास बढ़ने की संभावना है, जिससे शेयर बाजार में अनुकूल प्रतिक्रिया मिल सकती है। नवीकरणीय ऊर्जा में कंपनी का आक्रामक विस्तार और 2030 तक उपभोक्ता आधार बढ़ाने की इसकी प्रतिबद्धता राष्ट्रीय ऊर्जा लक्ष्यों के साथ अच्छी तरह मेल खाती है, जो इसे निरंतर विकास के लिए स्थापित करता है। Impact rating: 7/10