Energy
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1st November 2025, 10:26 AM
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भारत में अक्टूबर महीने में बिजली की खपत में 6% की गिरावट दर्ज की गई, जो पिछले साल के अक्टूबर में दर्ज 140.47 बिलियन यूनिट (BUs) से घटकर 132 बिलियन यूनिट (BUs) हो गई। यह कमी मुख्य रूप से मौजूदा मौसम की स्थिति के कारण है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में बेमौसम बारिश और सर्दी का जल्दी आगमन शामिल है, जिससे तापमान कम हुआ और एयर कंडीशनर और पंखे जैसे कूलिंग उपकरणों का उपयोग कम हो गया। अक्टूबर के दौरान पूरी की गई पीक पावर डिमांड भी पिछले साल की समान अवधि में 219.22 गीगावाट (GW) की तुलना में घटकर 210.71 गीगावाट (GW) हो गई। विशेषज्ञों का अनुमान है कि मध्यम तापमान बने रहने के कारण नवंबर में भी बिजली की मांग और खपत कम रह सकती है।
प्रभाव इस कम मांग का बिजली उत्पादन और वितरण कंपनियों के राजस्व पर संभावित रूप से असर पड़ सकता है। लगातार कम मांग ऊर्जा दक्षता में सुधार या औद्योगिक गतिविधि में मंदी का भी संकेत दे सकती है, जो ऊर्जा क्षेत्र में निवेशक की भावना को प्रभावित कर सकती है। रेटिंग: 7/10
परिभाषाएँ: बिलियन यूनिट (BU): बिजली की खपत की एक इकाई, जो एक बिलियन वॉट-घंटे या एक गीगावाट-घंटे (GWh) के बराबर होती है। गीगावाट (GW): एक बिलियन वॉट के बराबर बिजली की एक इकाई, जिसका उपयोग अक्सर बिजली ग्रिड की क्षमता या मांग को मापने के लिए किया जाता है। पीक पावर डिमांड: एक विशिष्ट अवधि के भीतर ग्रिड पर अनुभव की गई बिजली की मांग का उच्चतम स्तर।