Energy
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28th October 2025, 9:14 AM

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हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने परिवहन ईंधन आयात करने के लिए दो दुर्लभ निविदाएं जारी की हैं, जिसमें मुंद्रा बंदरगाह पर 1 से 10 नवंबर के बीच डिलीवरी के लिए लगभग 34,000 टन गैसोलीन और 65,000 टन गैसोयल की मांग की गई है। एचपीसीएल की मुंबई रिफाइनरी में परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण इन आयातों की आवश्यकता पड़ी है। कंपनी ने बताया कि हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन से प्राप्त कच्चे तेल में उच्च नमक और क्लोराइड सामग्री ने अक्टूबर में प्रसंस्करण के दौरान डाउनस्ट्रीम इकाइयों में जंग लगा दी थी। इसके परिणामस्वरूप उप-इष्टतम आउटपुट (suboptimal outputs) और उत्पादन में देरी (production downtime) हुई। निविदाएं बुधवार को बंद हुईं।
प्रभाव: यदि अंतर्राष्ट्रीय ईंधन की कीमतें अधिक रहीं तो एचपीसीएल के लिए लागत बढ़ सकती है, जिससे अल्पकालिक लाभप्रदता प्रभावित हो सकती है। यह रिफाइनिंग क्षेत्र में परिचालन चुनौतियों को भी उजागर करता है और प्राप्त कच्चे तेल की गुणवत्ता पर चिंता बढ़ाता है, जो ऊर्जा सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करता है।