दिसंबर में रूस से भारत का तेल आयात तीन साल के सबसे निचले स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है, जो नवंबर के बहु-मासिक उच्च स्तर से गिर रहा है। इस तेज गिरावट का कारण पश्चिमी देशों द्वारा प्रमुख रूसी उत्पादकों जैसे रोसनेफ्ट और लुकोइल पर लगाए गए प्रतिबंध हैं, साथ ही यूरोपीय संघ के नए नियम जो रिफाइनरों को प्रभावित कर रहे हैं। नतीजतन, भारतीय कंपनियाँ सतर्क हो रही हैं और आपूर्ति का प्रबंधन करने तथा प्रतिबंधों के उल्लंघन से बचने के लिए वैकल्पिक तेल स्रोतों की तलाश कर रही हैं।