Energy
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Updated on 12 Nov 2025, 05:07 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही के लिए ₹9,848 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो बाज़ार के ₹10,010 करोड़ के अनुमान से थोड़ा कम है। हालाँकि, इस अवधि का राजस्व ₹33,030.6 करोड़ रहा, जो ₹32,480 करोड़ के अनुमान से अधिक है, जबकि EBITDA ₹17,698 करोड़ रहा, जो अपेक्षित ₹18,530 करोड़ से कम है। पिछली तिमाही की तुलना में, शुद्ध लाभ 23% बढ़ा और राजस्व 3.2% बढ़ा। वित्तीय वर्ष 26 की पहली छमाही के लिए, समेकित शुद्ध लाभ 23.2% बढ़कर ₹24,169 करोड़ हो गया।
**डिविडेंड और उत्पादन:** ONGC ने ₹6 प्रति इक्विटी शेयर (120% भुगतान) का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है, जिसकी कुल राशि ₹7,548 करोड़ है, और रिकॉर्ड तिथि 14 नवंबर 2025 है। कच्चे तेल का उत्पादन साल-दर-साल 1.2% बढ़कर 4.63 MMT रहा, हालाँकि प्राकृतिक गैस का उत्पादन मामूली रूप से गिरा। कच्चे तेल की प्राप्ति प्रति बैरल साल-दर-साल कम रही, जबकि गैस मूल्य प्राप्ति में मामूली वृद्धि हुई।
**खोज और रणनीति:** कंपनी ने दो हाइड्रोकार्बन खोजों की सूचना दी है और वह गहरे पानी की खोज को तेज़ कर रही है। प्रमुख रणनीतिक विकासों में राजस्थान में एक छोटे फ़ील्ड ब्लॉक का मुद्रीकरण करना और अन्वेषण और विकास के लिए वेदांता लिमिटेड, बीपी एक्सप्लोरेशन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और ऑयल इंडिया लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs)/संयुक्त संचालन समझौते (JOAs) पर हस्ताक्षर करना शामिल है। 2028 से भारत में अमेरिकी इथेन के परिवहन के लिए जापान की Mitsui O.S.K. Lines Ltd के साथ वेरी लार्ज इथेन कैरियर (VLECs) के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी को भी उजागर किया गया। ONGC ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ एक एलपीजी समझौता और JSW स्टील लिमिटेड के साथ एक CBM ब्लॉक समझौता भी किया है।
**नवीकरणीय ऊर्जा और प्रौद्योगिकी:** ONGC अपनी सहायक कंपनी ONGC Green Ltd में ₹421.50 करोड़ तक का निवेश कर रही है ताकि ONGC NTPC Green Pvt Ltd और Ayana Renewable Power Pvt Ltd के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जा सके। कंपनी ने नई ड्रिलिंग तकनीकों को सफलतापूर्वक तैनात किया है और नवाचारों के लिए पेटेंट हासिल किए हैं।
**प्रभाव** यह ख़बर भारतीय शेयर बाज़ार के लिए अत्यंत प्रासंगिक है, जो सीधे ONGC के स्टॉक को प्रभावित करती है और ऊर्जा क्षेत्र में निवेशकों की भावना को भी प्रभावित करती है, इसके वित्तीय परिणामों, डिविडेंड घोषणा, रणनीतिक वैश्विक साझेदारियों और भविष्य की ऊर्जा लॉजिस्टिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश के कारण।