भारत के कोयला मंत्रालय ने 13वें दौर की 13 कोयला ब्लॉकों में से तीन पूरी तरह से खोजे गए कोयला ब्लॉकों की सफल नीलामी की है। इससे सालाना लगभग ₹4,620.69 करोड़ का राजस्व और लगभग ₹7,350 करोड़ का पूंजी निवेश प्राप्त हुआ है। इन ब्लॉकों में 3,300 मिलियन टन से अधिक भंडार है, और इनसे 66,000 से अधिक नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। जबकि तकुआ ब्लॉक को कोई बोली नहीं मिली, झारखंड के पिपराडीह बरहट और धुलिया नॉर्थ, तथा ओडिशा के मंदाकिनी-बी सफलतापूर्वक आवंटित किए गए, जो भारत की वाणिज्यिक कोयला खनन पहल में एक महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है।