सरकारी तेल और गैस कंपनियों ने इस वित्तीय वर्ष के पहले सात महीनों में ₹71,000 करोड़ खर्च किए हैं, जो उनके ₹1.32 लाख करोड़ के वार्षिक लक्ष्य का 54% है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने ₹19,267 करोड़ के साथ बढ़त बनाई, उसके बाद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ₹18,415 करोड़ के साथ रही। यह निवेश ड्रिलिंग, अन्वेषण और उन्नत तेल वसूली परियोजनाओं को बढ़ावा देता है जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) ने सबसे धीमी खर्च गति दिखाई, जबकि ऑयल इंडिया सबसे तेज थी।