Economy
|
Updated on 14th November 2025, 10:10 AM
Author
Simar Singh | Whalesbook News Team
एक "आर्थिक एडवेंट कैलेंडर" अगले छह हफ्तों के लिए प्रमुख वैश्विक आर्थिक घटनाओं पर प्रकाश डालता है। सरकारी शटडाउन के कारण अमेरिकी डेटा में अंतराल की अपेक्षा करें, तीसरी तिमाही में 2% अमेरिकी जीडीपी वृद्धि, केंद्रीय बैंकों द्वारा समर्थित सोने की निरंतर तेजी, और फेड दरों के लिए एक सतर्क दृष्टिकोण। भारत की कम खुदरा मुद्रास्फीति आरबीआई द्वारा दरों में कटौती को प्रेरित कर सकती है, जबकि AI स्टॉक मूल्यांकन कमजोर होते डॉलर के बीच जांच का सामना कर रहे हैं।
▶
यह समाचार, जिसे "आर्थिक एडवेंट कैलेंडर" के रूप में प्रस्तुत किया गया है, क्रिसमस से पहले के छह हफ्तों में अपेक्षित प्रमुख वैश्विक आर्थिक घटनाओं पर प्रकाश डालता है। * **सप्ताह 1: डेटा का अनुमान**: अमेरिकी सरकार के बंद होने से नौकरियों की रिपोर्ट और मुद्रास्फीति के आंकड़ों जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक डेटा की कमी हो गई है। यह डेटा का धुंधलका अटकलों और बाजार की अस्थिरता को बढ़ा रहा है, खासकर अमेरिकी डॉलर के भविष्य के संबंध में। * **सप्ताह 2: विकास का उपहार**: विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से अमेरिका से, प्रमुख जीडीपी डेटा की उम्मीद है। अनुमान तीसरी तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए लगभग 2 प्रतिशत वृद्धि का सुझाव देते हैं, जिसे वॉल स्ट्रीट अपनी मजबूती का संकेत मानता है। * **सप्ताह 3: स्वर्णिम बचाव**: सोना इस साल अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली संपत्ति रही है, केंद्रीय बैंक सक्रिय रूप से अपनी होल्डिंग्स में विविधता ला रहे हैं। इसकी निरंतर वृद्धि डॉलर की गिरावट या संभावित भविष्य की मुद्रास्फीति के बारे में कहानियों को बढ़ावा देती है, जिसमें निवेशकों की मजबूत रुचि दिखाई दे रही है। * **सप्ताह 4: दरों का उपहार**: अमेरिकी फेडरल रिजर्व अनियमित आर्थिक आंकड़ों के बीच ब्याज दरों पर निर्णय लेगा। हालांकि दरों में कटौती जल्द होने की संभावना नहीं है, लेकिन फेड की लंबी अवधि तक टिके रहने की क्षमता पर अटकलें जारी हैं। इस बीच, भारत की अत्यधिक कम खुदरा मुद्रास्फीति बताती है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को दरों में कटौती करने की आवश्यकता हो सकती है। * **सप्ताह 5: AI का सार**: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने बिग टेक कंपनियों के माध्यम से निवेशक की दौलत को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है। हालांकि, "अनियंत्रित मूल्यांकन" के बारे में चिंताएं बढ़ रही हैं, माइकल ब्यूरी जैसे कुछ निवेशक AI की तीव्र वृद्धि के खिलाफ दांव लगा रहे हैं या हेजिंग कर रहे हैं, खासकर जब प्रौद्योगिकी स्टॉक दबाव में हैं। * **सप्ताह 6: एक पैसा, एक डॉलर और भाग्य**: इस साल डॉलर का मूल्य मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले लगभग 10 प्रतिशत गिर गया है, जो अमेरिकी संपत्तियों में अविश्वास और उच्च बाजार मूल्यांकन को दर्शाता है। डॉलर के लिए साल के अंत में महत्वपूर्ण तेजी की उम्मीद नहीं है।
**प्रभाव** इस समाचार का वैश्विक वित्तीय बाजारों, मुद्रा विनिमय दरों और सोने जैसी वस्तुओं की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यह दुनिया भर में निवेशक की भावना और रणनीतिक योजना को प्रभावित करता है। भारत के लिए, कम खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दरों में कटौती की संभावना घरेलू आर्थिक स्थितियों और बाजार की तरलता को सीधे प्रभावित करती है।