Economy
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Updated on 06 Nov 2025, 01:06 pm
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग के संबंध में निवेशकों को आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार का इरादा इस खंड को बंद करना नहीं, बल्कि "बाधाओं को दूर करना" और चुनौतियों का समाधान करना है। 12वें एसबीआई बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में बोलते हुए, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि F&O में शामिल अंतर्निहित जोखिमों को समझना निवेशकों की अपनी जिम्मेदारी है।
बैंकिंग क्षेत्र पर चर्चा में, वित्त मंत्री ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के सामने बैंकों से अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने ऋण प्रवाह को गहरा और व्यापक बनाने तथा "विश्व स्तरीय बैंक" बनाने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी बताया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंकों के साथ चल रही बातचीत जारी है। यह पहल केवल विलय से परे है, बल्कि बैंकों के संचालन और विकास के लिए एक वातावरण बनाने पर केंद्रित है।
इसके अलावा, सीतारमण ने सकारात्मक आर्थिक दृष्टिकोण पर बात करते हुए कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की क्षमता स्पष्ट है। उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (GST) सुधारों को "भारत के लिए सबसे बड़ा पुण्य चक्र शुरू करने" वाला बताया, जिसके बाद से खपत और मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मोर्चे पर, मंत्री ने पुष्टि की कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को अंतिम रूप देने के लिए "प्रयास पूरे जोर पर" हैं, खासकर कुछ वस्तुओं पर 50% टैरिफ के मद्देनजर। उन्होंने संकेत दिया कि सक्रिय वार्ताएं चल रही हैं।
प्रभाव: इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। F&O ट्रेडिंग पर वित्त मंत्री का स्पष्ट रुख डेरिवेटिव व्यापारियों और बाजारों की चिंताओं को कम कर सकता है। बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और आत्मनिर्भरता पर जोर देने से वित्तीय संस्थान और मजबूत हो सकते हैं, जिससे निवेशक विश्वास और बैंक शेयरों के प्रदर्शन पर असर पड़ेगा। जीएसटी और मांग पर सकारात्मक टिप्पणी विभिन्न क्षेत्रों में भावना को बढ़ावा दे सकती है। अमेरिका-भारत व्यापार सौदे में प्रगति द्विपक्षीय व्यापार में शामिल विशिष्ट उद्योगों के लिए फायदेमंद हो सकती है। रेटिंग: 8/10
कठिन शब्दों की व्याख्या: फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O): ये व्युत्पन्न वित्तीय अनुबंध हैं जिनका मूल्य अंतर्निहित संपत्ति पर आधारित होता है। F&O ट्रेडिंग निवेशकों को भविष्य के मूल्य आंदोलनों पर सट्टा लगाने या बचाव करने की अनुमति देती है। SBI बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव: भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम, जहां हितधारकों के साथ बैंकिंग, अर्थशास्त्र और वित्त के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है। द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA): दो देशों के बीच व्यापार पर एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता। GST सुधार: वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली में किए गए संशोधन और सुधार, जो भारत की एकीकृत अप्रत्यक्ष कर प्रणाली है। पुण्य चक्र: एक सकारात्मक प्रतिक्रिया लूप जहां एक अनुकूल आर्थिक घटना दूसरी ओर ले जाती है, जिसके परिणामस्वरूप निरंतर वृद्धि और सुधार होता है।