Economy
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Updated on 07 Nov 2025, 03:35 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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शुक्रवार, 7 नवंबर, 2025 को, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPIs/FIIs) ने भारतीय इक्विटी बाजार में फिर से प्रवेश किया, और ₹6,675 करोड़ की शुद्ध खरीदारी दर्ज की। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी अपनी खरीदारी जारी रखी और ₹4,581 करोड़ के शेयर खरीदे। यह आवक ऐसे समय में आई है जब FPIs/FIIs साल-दर-तारीख (year-to-date) ₹2.47 लाख करोड़ के शुद्ध विक्रेता रहे हैं, जबकि DIIs साल के लिए ₹6.38 लाख करोड़ के शुद्ध खरीदार रहे हैं। बाजार में एक अस्थिर सत्र देखा गया, जिसमें इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी अंततः सपाट बंद हुए। सेंसेक्स 95 अंक गिरकर 83,216 पर बंद हुआ, और निफ्टी 17 अंक गिरकर 25,492 पर बंद हुआ। क्षेत्रवार, धातु सूचकांक में 1.4% की मजबूती दिखी, जबकि आईटी और एफएमसीजी क्षेत्रों में लगभग 0.5% की मामूली गिरावट देखी गई। व्यापक बाजारों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें निफ्टी मिडकैप सूचकांक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। शीर्ष गेनर्स में श्रीराम फाइनेंस, अडानी एंटरप्राइजेज, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और एम एंड एम शामिल थे। इसके विपरीत, भारती एयरटेल, टाटा कंज्यूमर, अपोलो हॉस्पिटल्स और टेक महिंद्रा में गिरावट दर्ज की गई।