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मुख्य आर्थिक सलाहकार का अनुमान: FY26 में भारत की विकास दर 6.8% से अधिक रहेगी, खपत और व्यापार समझौते की उम्मीदों से बढ़ावा

Economy

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Updated on 07 Nov 2025, 11:56 am

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Reviewed By

Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

Short Description:

मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन वित्तीय वर्ष 2026 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर को लेकर आशावादी हैं, और इसका अनुमान 6.8% से अधिक रहने का लगाया है। यह अनुमान खपत में अपेक्षित सुधारों पर आधारित है, जिसे जीएसटी दर में कटौती और आयकर राहत जैसे उपायों से बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) में किसी समाधान से विकास की संभावनाएं और बढ़ सकती हैं। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार का अनुमान: FY26 में भारत की विकास दर 6.8% से अधिक रहेगी, खपत और व्यापार समझौते की उम्मीदों से बढ़ावा

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Detailed Coverage:

मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने इस बात पर गहरा विश्वास जताया है कि वित्तीय वर्ष 2026 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर पहले अनुमानित 6.8% को पार कर जाएगी। यह आशावादी दृष्टिकोण मुख्य रूप से घरेलू खपत में मजबूती की उम्मीदों से प्रेरित है, जिसे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में कटौती और आयकर राहत जैसे उपायों से और बल मिल सकता है। नागेश्वरन ने याद दिलाया कि विकास दर के 6-7% की निचली सीमा तक पहुँचने की प्रारंभिक चिंताएं अब कम हो गई हैं। भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ने FY26 की पहली तिमाही में ही 7.8% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है, जिसमें कृषि और सेवा क्षेत्रों ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया है। भारत वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बनाए हुए है। इसके अलावा, नागेश्वरन ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) में सफलता मिलने पर विकास की संभावनाओं में महत्वपूर्ण वृद्धि की क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका द्वारा पहले लगाए गए शुल्कों (टैरिफ) के संबंध में शीघ्र समाधान की उम्मीद जताई। प्रभाव: यह सकारात्मक आर्थिक पूर्वानुमान व्यवसायों के लिए एक अनुकूल वातावरण का सुझाव देता है, जिससे कॉर्पोरेट आय में वृद्धि और निवेशक विश्वास में वृद्धि हो सकती है। ऐसे कारक आम तौर पर शेयर बाजार में सकारात्मक भावना और प्रदर्शन में तब्दील होते हैं। व्यापार समझौता भारतीय कंपनियों के लिए परिचालन लागत को और कम कर सकता है और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा दे सकता है। रेटिंग: 8/10। कठिन शब्द: जीएसटी (GST): वस्तु एवं सेवा कर। भारत में एक एकीकृत अप्रत्यक्ष कर प्रणाली जिसने कई अप्रत्यक्ष करों की जगह ली। आयकर राहत (Income Tax Relief): व्यक्तियों या निगमों द्वारा भुगतान किए जाने वाले आयकर में कमी। जीडीपी (GDP): सकल घरेलू उत्पाद। किसी विशिष्ट समयावधि में किसी देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक या बाजार मूल्य। द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA): व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए दो देशों के बीच एक संधि। टैरिफ (Tariffs): आयातित वस्तुओं पर सरकार द्वारा लगाए गए कर, अक्सर घरेलू उद्योगों की रक्षा करने या राजस्व बढ़ाने के लिए।


World Affairs Sector

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Energy Sector

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