Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

भारतीय स्टॉक अब अमेरिकी इक्विटी से सस्ते, वैल्यूएशन गैप बढ़ा

Economy

|

Updated on 09 Nov 2025, 05:59 pm

Whalesbook Logo

Reviewed By

Satyam Jha | Whalesbook News Team

Short Description:

भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों ने वैश्विक साथियों पर अपनी वैल्यूएशन प्रीमियम खो दी है, जिसमें निफ्टी 50 इंडेक्स अब अमेरिकी एसएंडपी 500 की तुलना में काफी छूट पर कारोबार कर रहा है। यह ऐतिहासिक रुझानों के विपरीत है जहां भारतीय शेयरों का अक्सर उच्च मूल्यांकन होता था, जो निवेशकों के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
भारतीय स्टॉक अब अमेरिकी इक्विटी से सस्ते, वैल्यूएशन गैप बढ़ा

▶

Detailed Coverage:

भारतीय इक्विटी अब वैश्विक समकक्षों पर अपना सामान्य प्रीमियम नहीं रखती हैं, और वैल्यूएशन का अंतर बढ़ रहा है। ऐतिहासिक रूप से, भारतीय शेयर बाजार अक्सर प्रमुख वैश्विक बाजारों की तुलना में उच्च मूल्यांकन पर कारोबार करते थे। हालाँकि, इस प्रवृत्ति में उलटफेर हुआ है। निफ्टी 50 इंडेक्स अब एसएंडपी 500 की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत की छूट पर मूल्यांकित है, जो 17 वर्षों में सबसे बड़े अंतरों में से एक है। सिर्फ दो साल पहले, निफ्टी 50 अमेरिकी बेंचमार्क की तुलना में प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था। वर्तमान में, निफ्टी 50 का ट्रेलिंग प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) मल्टीपल लगभग 23.4x है।

प्रभाव: वैल्यूएशन में यह बदलाव वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर सकता है जो सस्ते संपत्ति की तलाश में हैं, जिससे भारत में पूंजी प्रवाह बढ़ सकता है। यह अंतर्निहित आर्थिक चिंताओं या वैश्विक जोखिम की भूख में बदलाव का संकेत भी दे सकता है। निवेशकों को इस बदलते वैल्यूएशन परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता होगी। रेटिंग: 7/10।

परिभाषाएँ: * वैल्यूएशन (Valuation): किसी कंपनी के आर्थिक मूल्य या बाजार मूल्य का अनुमान। * प्रीमियम (Premium): समान वस्तुओं या संपत्तियों से अधिक कीमत या मूल्य। * डिस्काउंट (Discount): समान वस्तुओं या संपत्तियों की तुलना में मूल्य या मूल्य में कमी। * ट्रेलिंग प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) मल्टीपल (Trailing price-to-earnings (P/E) multiple): एक स्टॉक वैल्यूएशन मीट्रिक जिसकी गणना स्टॉक की वर्तमान बाजार कीमत को पिछले 12 महीनों की प्रति शेयर आय से विभाजित करके की जाती है। यह दर्शाता है कि निवेशक किसी कंपनी की प्रति डॉलर आय के लिए कितना भुगतान करने को तैयार हैं। * बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स (Benchmark equity index): एक स्टॉक मार्केट इंडेक्स जो किसी विशिष्ट बाजार या खंड के प्रदर्शन को मापने के लिए एक मानक के रूप में कार्य करता है। उदाहरण के लिए, एसएंडपी 500 बड़े-कैप अमेरिकी शेयरों के लिए एक बेंचमार्क है, और निफ्टी 50 भारतीय शेयरों के लिए।


Renewables Sector

भारत का रिन्यूएबल एनर्जी मिशन: COP30 से मिली सीख और 500 GW लक्ष्य की राह में चुनौतियाँ।

भारत का रिन्यूएबल एनर्जी मिशन: COP30 से मिली सीख और 500 GW लक्ष्य की राह में चुनौतियाँ।

सुजलॉन एनर्जी को सौर और बैटरी स्टोरेज से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच विकास की चुनौतियों का सामना, विश्लेषकों की चेतावनी

सुजलॉन एनर्जी को सौर और बैटरी स्टोरेज से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच विकास की चुनौतियों का सामना, विश्लेषकों की चेतावनी

ReNew Energy Global की सौर वेफर और इंगोट मैन्युफैक्चरिंग में एंट्री की योजना, ग्रीन फ्यूल्स का भी विस्तार

ReNew Energy Global की सौर वेफर और इंगोट मैन्युफैक्चरिंग में एंट्री की योजना, ग्रीन फ्यूल्स का भी विस्तार

फुजियामा पावर सिस्टम्स का ₹600 करोड़ का आईपीओ 13 नवंबर को खुलेगा

फुजियामा पावर सिस्टम्स का ₹600 करोड़ का आईपीओ 13 नवंबर को खुलेगा

भारत का रिन्यूएबल एनर्जी मिशन: COP30 से मिली सीख और 500 GW लक्ष्य की राह में चुनौतियाँ।

भारत का रिन्यूएबल एनर्जी मिशन: COP30 से मिली सीख और 500 GW लक्ष्य की राह में चुनौतियाँ।

सुजलॉन एनर्जी को सौर और बैटरी स्टोरेज से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच विकास की चुनौतियों का सामना, विश्लेषकों की चेतावनी

सुजलॉन एनर्जी को सौर और बैटरी स्टोरेज से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच विकास की चुनौतियों का सामना, विश्लेषकों की चेतावनी

ReNew Energy Global की सौर वेफर और इंगोट मैन्युफैक्चरिंग में एंट्री की योजना, ग्रीन फ्यूल्स का भी विस्तार

ReNew Energy Global की सौर वेफर और इंगोट मैन्युफैक्चरिंग में एंट्री की योजना, ग्रीन फ्यूल्स का भी विस्तार

फुजियामा पावर सिस्टम्स का ₹600 करोड़ का आईपीओ 13 नवंबर को खुलेगा

फुजियामा पावर सिस्टम्स का ₹600 करोड़ का आईपीओ 13 नवंबर को खुलेगा


International News Sector

भारत और बहरीन ने अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक न्यायालय (International Commercial Court) लॉन्च किया, सीमा पार व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए।

भारत और बहरीन ने अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक न्यायालय (International Commercial Court) लॉन्च किया, सीमा पार व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए।

भारत और बहरीन ने अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक न्यायालय (International Commercial Court) लॉन्च किया, सीमा पार व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए।

भारत और बहरीन ने अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक न्यायालय (International Commercial Court) लॉन्च किया, सीमा पार व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए।