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भारत की टैक्स बूम: प्रत्यक्ष कर संग्रह ₹12.9 लाख करोड़ के पार! क्या यह आर्थिक मजबूती है या सिर्फ धीमी रिफंड प्रक्रिया?

Economy

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Updated on 12 Nov 2025, 02:36 am

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Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

चालू वित्तीय वर्ष में भारत का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 7% बढ़कर ₹12.9 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह वृद्धि कॉर्पोरेट कर संग्रह में वृद्धि और कर रिफंड में 18% की महत्वपूर्ण कमी से प्रेरित है। सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में भी 2.2% की वृद्धि देखी गई है, जो ₹15.4 लाख करोड़ से अधिक है। सरकार पूरे वित्तीय वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह में 12.7% की साल-दर-साल वृद्धि का अनुमान लगा रही है।
भारत की टैक्स बूम: प्रत्यक्ष कर संग्रह ₹12.9 लाख करोड़ के पार! क्या यह आर्थिक मजबूती है या सिर्फ धीमी रिफंड प्रक्रिया?

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Detailed Coverage:

भारत ने अपने शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 7% की स्वस्थ वृद्धि देखी है, चालू वित्तीय वर्ष में अब तक की कुल राशि ₹12.9 लाख करोड़ से अधिक हो गई है। इस सकारात्मक प्रवृत्ति को शुद्ध कॉर्पोरेट कर संग्रह में वृद्धि से काफी बढ़ावा मिला है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹5.1 लाख करोड़ से बढ़कर 1 अप्रैल से 10 नवंबर तक लगभग ₹5.4 लाख करोड़ रहा।

इसके अलावा, सरकार ने कर रिफंड जारी करने की प्रक्रिया को 18% तक कम करने में कामयाबी हासिल की है, जो ₹2.4 लाख करोड़ से अधिक है। रिफंड में यह कमी, उच्च कर प्रवाह के साथ मिलकर, शुद्ध संग्रह में मजबूत वृद्धि में योगदान करती है। रिफंड घटाने से पहले, सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में भी 2.2% की वृद्धि देखी गई है, जो ₹15.4 लाख करोड़ से अधिक है।

सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें 12.7% की साल-दर-साल वृद्धि के साथ ₹25.2 लाख करोड़ का अनुमान लगाया गया है।

प्रभाव: यह खबर कॉर्पोरेट क्षेत्र में, विशेष रूप से, अपेक्षा से अधिक मजबूत अर्थव्यवस्था का सुझाव देती है। उच्च कर संग्रह सरकारी वित्त में सुधार कर सकता है, जिससे संभावित रूप से बुनियादी ढांचा खर्च में वृद्धि, राजकोषीय घाटे में कमी, या उधार में कमी हो सकती है - ये सभी भारतीय शेयर बाजार और समग्र आर्थिक भावना के लिए सकारात्मक संकेतक हो सकते हैं। कम रिफंड कर प्रशासन में दक्षता का भी संकेत दे सकते हैं। यह प्रवृत्ति आर्थिक स्वास्थ्य और कॉर्पोरेट लाभप्रदता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। रेटिंग: 7/10

कठिन शब्द: शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net direct tax collection): यह सरकार द्वारा संग्रहित कुल प्रत्यक्ष करों (जैसे आयकर और कॉर्पोरेट कर) की राशि को संदर्भित करता है, जिसमें से करदाताओं को जारी किए गए किसी भी रिफंड को घटा दिया जाता है। कॉर्पोरेट कर (Corporate tax): यह कंपनियों और निगमों द्वारा अर्जित लाभ या आय पर लगाया जाने वाला कर है। रिफंड जारी करना (Refund issuances): यह वह प्रक्रिया है जिसके तहत सरकार व्यक्तियों या कंपनियों द्वारा अधिक भुगतान किए गए करों को उन्हें वापस करती है। सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (Gross direct tax collection): यह सरकार द्वारा एकत्र किए गए कुल प्रत्यक्ष करों की राशि है, जिसमें से कोई भी रिफंड घटाया नहीं गया हो। वित्तीय वर्ष (Fiscal year): भारत में, वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलता है।


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