Economy
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Updated on 13 Nov 2025, 08:12 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
मूडीज़ रेटिंग्स ने भारत के लिए एक सकारात्मक पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें 2027 तक प्रति वर्ष 6.5% की आर्थिक विकास दर का अनुमान लगाया गया है। इस निरंतर वृद्धि को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, जैसे सड़कों, रेलवे और बिजली ग्रिडों पर सरकारी खर्च से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो रोजगार पैदा करते हैं और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हैं। इसके अतिरिक्त, मजबूत खपत, यानी वस्तुओं और सेवाओं पर लोगों का खर्च, अर्थव्यवस्था का समर्थन करना जारी रखेगा। हालांकि, मूडीज़ ने एक महत्वपूर्ण सावधानी भी बताई है: निजी क्षेत्र कथित तौर पर व्यावसायिक पूंजीगत व्यय को लेकर झिझक रहा है, जिसका अर्थ है कि कंपनियां अभी तक नई फैक्ट्रियों, उपकरणों या विस्तार में बड़े निवेश के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध नहीं हुई हैं। प्रभाव: यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए आम तौर पर सकारात्मक है। लगातार आर्थिक विकास का पूर्वानुमान निवेशकों के विश्वास को बढ़ाता है, जिससे विदेशी और घरेलू निवेश में वृद्धि हो सकती है। बुनियादी ढांचे, निर्माण और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों में अधिक रुचि देखी जा सकती है। हालांकि, निजी क्षेत्र के पूंजीगत व्यय पर सावधानी उत्साह को थोड़ा कम कर सकती है, यह सुझाव देते हुए कि बाजार के सभी खंडों में तेजी नहीं आएगी। कुल मिलाकर बाजार की भावना में वृद्धि होने की संभावना है। रेटिंग: 8/10। कठिन शब्द: बुनियादी ढांचा खर्च (Infrastructure spending): सड़कों, पुलों, बिजली ग्रिडों और संचार नेटवर्क जैसी सार्वजनिक सुविधाओं और प्रणालियों में निवेश। खपत (Consumption): वस्तुओं और सेवाओं पर परिवारों द्वारा किया गया कुल खर्च। निजी क्षेत्र का पूंजीगत व्यय (Private sector capital spending): अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए निजी कंपनियों द्वारा संपत्ति, संयंत्र और उपकरणों जैसी संपत्तियों में किया गया निवेश।