Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में तेज़ी! UBS ने टैरिफ कटौती और 6.8% GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया - भारतीय बाजारों के लिए बड़ी उछाल?

Economy

|

Updated on 12 Nov 2025, 11:08 am

Whalesbook Logo

Reviewed By

Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत आगे बढ़ रही है, जिससे आयात शुल्कों (tariffs) में महत्वपूर्ण कमी आ सकती है, ऐसा UBS की मुख्य भारत अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा है। UBS का अनुमान है कि मजबूत घरेलू मांग और नीतिगत समर्थन से प्रेरित होकर वित्त वर्ष 2026 तक भारत की जीडीपी 6.8% की दर से बढ़ेगी। अमेरिकी डॉलर के उभरते बाजार की मुद्राओं के मुकाबले मजबूत होने की उम्मीद है, जिसमें भारतीय रुपया 2026 के अंत तक 90 प्रति डॉलर तक पहुँच सकता है।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में तेज़ी! UBS ने टैरिफ कटौती और 6.8% GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया - भारतीय बाजारों के लिए बड़ी उछाल?

▶

Detailed Coverage:

भारत-अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते पर चर्चाएँ गति पकड़ रही हैं, जिससे भारत में आयात शुल्कों (tariffs) में काफी कमी आ सकती है। UBS की मुख्य भारत अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने संकेत दिया है कि भारत में मौजूदा 50% जुर्माने (penalty) सहित प्रतिशोधात्मक शुल्कों (reciprocal tariffs) को दिसंबर 2025 तक घटाकर 15% किया जा सकता है, और नवंबर तक जुर्माने को हटाया जा सकता है। शुल्कों में इस ढील से निवेशक भावना (investor sentiment) को बढ़ावा मिलने और भारत में पूंजी प्रवाह (capital inflows) को प्रोत्साहित करने की उम्मीद है। UBS का अनुमान है कि मजबूत घरेलू उपभोग, अनुकूल नीतिगत उपायों और हाल ही में जीएसटी दर में कटौती के समर्थन से वित्त वर्ष 2025-26 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 6.8% बढ़ेगा। वित्त वर्ष 2026-27 के लिए, वृद्धि थोड़ी कम होकर लगभग 6.4% रहने की उम्मीद है। अगले वर्ष के लिए मुख्य चालकों (drivers) के रूप में घरेलू उपभोग को पहचाना गया है, जिसे पर्याप्त नीतिगत समर्थन और ग्रामीण मांग में सुधार से बल मिलेगा। सकारात्मक जोखिमों (upside risks) में मजबूत वैश्विक सुधार और एआई-संचालित उत्पादकता वृद्धि शामिल हैं। मुद्रा (currency) के मोर्चे पर, UBS के एशिया एफएक्स और रेट्स रणनीति के प्रमुख रोहित अरोड़ा को उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर 2026 तक मजबूत बना रहेगा। उभरते बाजार की मुद्राओं, जिनमें भारतीय रुपया भी शामिल है, में 2-3% की गिरावट का अनुमान है। निकट अवधि में रुपया डॉलर के मुकाबले 88-89 के स्तर पर कारोबार कर सकता है, जो 2026 के अंत तक 90 की ओर बढ़ेगा। प्रभाव (Impact): इस खबर का निवेशक भावना और भारतीय अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे विदेशी निवेश में वृद्धि और आर्थिक विकास में तेज़ी आ सकती है। अनुमानित टैरिफ कटौती से आयात सस्ते हो सकते हैं और व्यापार को बढ़ावा मिल सकता है। मजबूत जीडीपी वृद्धि का पूर्वानुमान भारतीय शेयर बाजार के लिए तेजी (bullish) का संकेत है। अनुमानित मुद्रा अवमूल्यन (currency depreciation), भले ही रुपये को कमजोर करे, एक मजबूत डॉलर का सामना कर रहे उभरते बाजारों के लिए एक सामान्य अपेक्षा है। रेटिंग: 8/10

कठिन शब्दों की व्याख्या: सकल घरेलू उत्पाद (GDP): किसी निश्चित समय अवधि में किसी देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी तैयार माल और सेवाओं का कुल मौद्रिक या बाजार मूल्य। टैरिफ (Tariffs): आयातित वस्तुओं या सेवाओं पर सरकार द्वारा लगाया गया कर। पूंजी प्रवाह (Capital Flows): निवेश के उद्देश्यों से किसी देश के अंदर और बाहर पैसे का आवागमन। आधार अंक (Basis Points): एक प्रतिशत के सौवें हिस्से (0.01%) के बराबर माप की एक इकाई। ब्याज दरों और वित्तीय प्रतिशत के लिए उपयोग किया जाता है। डॉलर इंडेक्स (Dollar Index): विदेशी मुद्राओं की एक टोकरी के सापेक्ष अमेरिकी डॉलर के मूल्य का एक माप।


Real Estate Sector

स्मॉग अलर्ट! दिल्ली में निर्माण कार्य रुका: क्या आपके सपनों के घर में होगी देरी? 😲

स्मॉग अलर्ट! दिल्ली में निर्माण कार्य रुका: क्या आपके सपनों के घर में होगी देरी? 😲

स्मॉग अलर्ट! दिल्ली में निर्माण कार्य रुका: क्या आपके सपनों के घर में होगी देरी? 😲

स्मॉग अलर्ट! दिल्ली में निर्माण कार्य रुका: क्या आपके सपनों के घर में होगी देरी? 😲


Personal Finance Sector

अभी शुरू करें! ₹1 लाख बन सकता है ₹93 लाख: चक्रवृद्धि ब्याज (कम्पाउंडिंग) का चमत्कार जानें!

अभी शुरू करें! ₹1 लाख बन सकता है ₹93 लाख: चक्रवृद्धि ब्याज (कम्पाउंडिंग) का चमत्कार जानें!

अभी शुरू करें! ₹1 लाख बन सकता है ₹93 लाख: चक्रवृद्धि ब्याज (कम्पाउंडिंग) का चमत्कार जानें!

अभी शुरू करें! ₹1 लाख बन सकता है ₹93 लाख: चक्रवृद्धि ब्याज (कम्पाउंडिंग) का चमत्कार जानें!