Economy
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Updated on 06 Nov 2025, 12:07 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत के संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने के प्रयास मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। मुंबई में बोलते हुए, उन्होंने संकेत दिया कि बातचीत जारी है और देश अंतिम परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है। सीतारमण ने भारत के 'आत्मनिर्भरता' (self-reliance) के आर्थिक दर्शन पर भी विस्तार से बताया, इस बात पर जोर देते हुए कि यह अलगाववाद के बराबर नहीं है। इसके बजाय, उन्होंने इसे लचीली परस्पर निर्भरता के रूप में वर्णित किया, जहाँ भारत घरेलू जरूरतों को मजबूती से पूरा करना चाहता है, जबकि वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाओं के साथ गहराई से एकीकृत बना हुआ है। उन्होंने समझाया कि आत्मनिर्भर भारत पहल एक ऐसे भारत के निर्माण के बारे में है जो घरेलू उपभोग और दुनिया दोनों के लिए बनाता है, नवाचार करता है और उत्पादन करता है, जो आत्म-विश्वास, उद्यमिता, करुणा और जिम्मेदारी के स्तंभों पर खड़ा है। यह दृष्टिकोण 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्य, जिसे 'विकसित भारत' के नाम से जाना जाता है, के साथ संरेखित होता है। इस मिशन के लिए आधारशिला इसके व्यापक उपयोग से पहले ही रखी जा चुकी थी, जो अब विनिर्माण, नवाचार और वैश्विक व्यापार संबंधों में तेजी ला रही है।