Economy
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Updated on 10 Nov 2025, 11:26 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में पहली पूर्व-बजट परामर्श बैठक की अध्यक्षता करके केंद्रीय बजट 2026-27 की तैयारी आधिकारिक तौर पर शुरू कर दी है। इस सत्र में प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने आर्थिक दृष्टिकोणों और नीतिगत सिफारिशों पर चर्चा की। इसके बाद, किसान संघों और कृषि अर्थशास्त्रियों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। ये बैठकें महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन हैं जहां वित्त मंत्रालय विभिन्न हितधारकों, जिनमें उद्योग निकाय, ट्रेड यूनियन और सामाजिक क्षेत्र समूह शामिल हैं, से अंतर्दृष्टि और प्रतिक्रियाएं प्राप्त करता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बजट विविध दृष्टिकोणों को दर्शाता है और प्रमुख आर्थिक प्राथमिकताओं को संबोधित करता है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII), फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI), और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI जैसे उद्योग संघों ने पहले ही अपनी सिफारिशें प्रस्तुत कर दी हैं, जिसमें प्रत्यक्ष कर सुधारों, एक विस्तारित कर आधार और विनिर्माण व नवाचार को बढ़ावा देने वाली नीतियों की वकालत की गई है। केंद्रीय बजट 2026-27 को निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाना निर्धारित है। Impact: यह खबर भारतीय शेयर बाजार और भारतीय व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पूर्व-बजट परामर्श भविष्य की आर्थिक नीतियों, कर परिवर्तनों और सरकारी खर्च की प्राथमिकताओं की नींव रखते हैं। सुझाव और अंतिम बजट घोषणाएं निवेशक भावना, कॉर्पोरेट लाभप्रदता और समग्र आर्थिक विकास को प्रभावित कर सकती हैं। Rating: 7/10