Economy
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Updated on 14th November 2025, 2:54 AM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ खुलने की उम्मीद है, जो बिहार चुनाव परिणामों से जुड़ी अनिश्चितता और अमेरिका में जल्द ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों के कम होने से प्रभावित है। वैश्विक बाजारों में भी गिरावट आई है, और विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बेचना जारी रखा है। हीरो मोटोकॉर्प, भारत डायनेमिक्स, वोल्टास, एनबीसीसी, और ईशर मोटर्स जैसी कई कंपनियां अपने हालिया प्रदर्शन अपडेट के कारण फोकस में हैं।
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भारतीय इक्विटी बेंचमार्क शुक्रवार, 15 नवंबर, 2025 को गिरावट के साथ खुलने के लिए तैयार हैं, क्योंकि निवेशक बिहार चुनाव परिणामों पर करीब से नज़र रख रहे हैं। एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों से कोई भी विचलन, जो यह बताते हैं कि सत्तारूढ़ गठबंधन सत्ता बनाए रखेगा, नीतिगत निरंतरता और राजनीतिक स्थिरता की चिंताओं के कारण बाजार में अस्थिरता पैदा कर सकता है। विश्लेषकों का सुझाव है कि यदि परिणाम आश्चर्यजनक रहा तो 5-7 प्रतिशत की गिरावट संभव है।
सतर्कता को बढ़ाते हुए, फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की 'हॉकिश' टिप्पणियों के बाद अमेरिकी ब्याज दर में निकट-अवधि में कटौती की उम्मीदों के कम होने से वैश्विक बाजार के उत्साह को ठेस पहुंची है। एशियाई बाजारों ने वॉल स्ट्रीट की गिरावट को ट्रैक किया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने गुरुवार को ₹3.84 अरब मूल्य की भारतीय इक्विटी बेचकर लगातार चौथे सत्र में अपनी बिकवाली जारी रखी। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹51.27 अरब का निवेश करते हुए लगातार पंद्रहवें सत्र में शुद्ध खरीदार बने रहे।
**देखने लायक स्टॉक:** कई कंपनियों ने अपने वित्तीय परिणाम और व्यावसायिक अपडेट की घोषणा की है, जिससे वे प्रमुख फोकस क्षेत्र बन गए हैं: * हीरो मोटोकॉर्प ने टैक्स कटौती, मजबूत मांग और मजबूत निर्यात से प्रेरित होकर सितंबर-तिमाही के उम्मीद से अधिक मुनाफे की रिपोर्ट की। * भारत डायनेमिक्स ने रक्षा मंत्रालय से ₹2,096 करोड़ का महत्वपूर्ण अनुबंध हासिल किया और तिमाही मुनाफे में तेज वृद्धि दर्ज की। * वोल्टास ने अपनी दूसरी तिमाही के मुनाफे में गिरावट देखी। * एनबीसीसी ने ₹340 करोड़ के नए ऑर्डर हासिल करने की घोषणा की। * रॉयल एनफील्ड के निर्माता, ईशर मोटर्स ने बढ़ती बिक्री से प्रेरित होकर दूसरी तिमाही के मुनाफे में वृद्धि की रिपोर्ट की।
**प्रभाव:** आगामी बिहार चुनाव के परिणाम और वैश्विक मौद्रिक नीति के संकेत भारतीय शेयर बाजार में महत्वपूर्ण अल्पकालिक अस्थिरता पैदा करने की उम्मीद है। कंपनी-विशिष्ट समाचार, विशेष रूप से आय रिपोर्ट और ऑर्डर जीत, व्यक्तिगत स्टॉक के प्रदर्शन को भी प्रभावित करेंगी।
**प्रभाव रेटिंग:** 8/10
**कठिन शब्दों की व्याख्या:** * इक्विटी बेंचमार्क: ये शेयर बाजार सूचकांक जैसे निफ्टी 50 और सेंसेक्स हैं जो शेयर बाजार के समग्र प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करते हैं। * गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स: एक प्री-ओपनिंग मार्केट इंडिकेटर जो गुजरात में एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (एनएसई आईएससी) में ट्रेडिंग के आधार पर भारतीय निफ्टी 50 इंडेक्स की संभावित ओपनिंग भावना को दर्शाता है। * 'Fading hopes of a near-term US rate cut': इसका मतलब है कि निवेशक अब कम आशावादी हैं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक (फेडरल रिजर्व) निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती करेगा। * 'Hawkish comments': केंद्रीय बैंक के अधिकारियों के बयान जो तंग मौद्रिक नीति की ओर झुकाव का सुझाव देते हैं, अक्सर मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों को लंबे समय तक ऊंचा रखना। * विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs): विदेशी निवेशक जो भारतीय वित्तीय बाजारों में निवेश करते हैं। * घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs): भारतीय संस्थाएं जैसे म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां और वित्तीय संस्थान जो घरेलू शेयर बाजार में निवेश करते हैं। * नीतिगत निरंतरता: चुनाव के बाद मौजूदा सरकारी नीतियों और आर्थिक रणनीतियों के बने रहने की संभावना।