भारत सरकार 19 नवंबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 21वीं किस्त जारी करेगी। यह योजना पात्र भूमिधारक किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। आगामी किस्त से लगभग नौ करोड़ किसानों को लाभ होगा, जिसमें 20 पिछली किस्तों के माध्यम से पहले ही 3.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है।
भारत सरकार 19 नवंबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 21वीं किस्त जारी करने के लिए तैयार है। यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका उद्देश्य देश भर के योग्य भूमिधारक किसान परिवारों को सालाना 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना है। अब तक, सरकार 20 किस्तों के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को 3.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित कर चुकी है। आगामी 21वीं किस्त से लगभग नौ करोड़ किसानों को लाभ होने की उम्मीद है, जिसमें महिलाओं को 25 प्रतिशत से अधिक का महत्वपूर्ण हिस्सा समर्पित है। योजना के लिए पात्र होने हेतु, किसानों के पास भूमि रिकॉर्ड के अनुसार खेती योग्य भूमि होनी चाहिए, उनके विवरण पीएम-किसान पोर्टल पर सीडेड होने चाहिए, बैंक खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए, और ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी होनी चाहिए। भूमिधारक किसान परिवार में पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं। हालांकि, संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति, सेवारत या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, और जिन्होंने पिछले आकलन वर्ष में आयकर का भुगतान किया है, वे पात्र नहीं हैं। किसान योजना के लिए आधिकारिक पीएम-किसान वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं, या निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) में जा सकते हैं। लाभार्थी की पहचान के लिए आधार सत्यापन महत्वपूर्ण है। किसान आधिकारिक पीएम-किसान वेबसाइट पर 'फार्मर्स कॉर्नर' (Farmers Corner) में 'नो योर स्टेटस' (Know Your Status) सुविधा का उपयोग करके अपनी आवेदन स्थिति की जांच कर सकते हैं। प्रभाव: इस नियमित वित्तीय भुगतान से लाखों भारतीय किसानों की आजीविका को सीधे तौर पर सहारा मिलता है, जिससे ग्रामीण खपत में वृद्धि, कृषि क्षेत्र की तरलता में सुधार और समग्र आर्थिक स्थिरता में योगदान होता है। प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण पर योजना का ध्यान धनराशि के कुशल वितरण को सुनिश्चित करता है। रेटिंग: 9/10। कठिन शब्द: PM-KISAN सन्नमान निधि: भूमिधारक किसान परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली एक केंद्रीय सरकारी योजना। किस्त (Installment): एक बड़ी राशि का हिस्सा, जो एक निश्चित अवधि में भुगतान किया जाता है। भूमिधारक किसान (Landholding farmers): वे किसान जिनके पास कृषि योग्य भूमि है या वे उसकी खेती करते हैं। ई-केवाईसी (e-KYC - Electronic Know Your Customer): ग्राहक की पहचान को इलेक्ट्रॉनिक रूप से सत्यापित करने की एक प्रक्रिया। आधार (Aadhaar): भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा निवासियों को जारी की गई एक अद्वितीय 12-अंकीय पहचान संख्या। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB): एक सरकारी स्वामित्व वाला बैंक जो डाक विभाग के तहत काम करता है। कॉमन सर्विस सेंटर (CSC): ग्रामीण उद्यमी जो सरकारी सेवाओं और व्यावसायिक अवसरों तक पहुंच प्रदान करते हैं।