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नोबेल पुरस्कार ने खोला भारत का सबसे बड़ा आर्थिक राज़! क्या आपका स्टार्टअप तैयार है?

Economy

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Updated on 12 Nov 2025, 12:55 am

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Reviewed By

Simar Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार नवाचार (innovation) की भूमिका पर प्रकाश डालता है। भारत का आधार (Aadhaar) और यूपीआई (UPI) जैसे प्रभावी, कम लागत वाले नवाचारों का इतिहास रहा है, जो अक्सर सरकारी वित्त पोषित होते हैं। हालांकि, भारतीय स्टार्टअप उच्च-जोखिम वाले उपक्रमों के लिए धन सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करते हैं, क्योंकि वित्तीय बाज़ार जोखिम से कतराते हैं। लेख का तर्क है कि वित्तीय क्षेत्र में नवाचार महत्वपूर्ण है ताकि इच्छुक निवेशकों से स्टार्टअप तक धन पहुंचे, जिससे भारत के आर्थिक विकास के लिए आवश्यक अभूतपूर्व नवाचारों को बढ़ावा मिले।
नोबेल पुरस्कार ने खोला भारत का सबसे बड़ा आर्थिक राज़! क्या आपका स्टार्टअप तैयार है?

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Detailed Coverage:

अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार नवाचार को आर्थिक प्रगति का प्रमुख चालक बताता है। जबकि भारत ने ऐतिहासिक रूप से मूलभूत निवेशों पर ध्यान केंद्रित किया है, अब उसे नए सामानों और सेवाओं के लिए अभूतपूर्व नवाचारों (breakthrough innovations) की आवश्यकता है, जिनमें बड़े पैमाने पर घरेलू और निर्यात क्षमता हो। देश में आधार, यूपीआई और चंद्रयान-3 मिशन जैसे सफल, कम लागत वाले नवाचार हैं, जिनमें काफी हद तक सरकार ने वित्त पोषण किया है जो जोखिम उठा सकती है। जयपुर फुट भी जीवन बदलने वाले, कम लागत वाले नवाचार का एक उदाहरण है।

हालांकि, निजी क्षेत्र, विशेष रूप से स्टार्टअप, ऐसे अभूतपूर्व नवाचार बनाने में पीछे हैं। बहुत से स्टार्टअप मौजूदा विदेशी उत्पादों के 'भारतीयकृत' (Indianized) संस्करण पेश करते हैं या सिर्फ 'कॉपीकैट' (copycat) नवाचार होते हैं जिनमें महत्वपूर्ण सुधार नहीं होते, कभी-कभी योग्यता के बजाय राष्ट्रीय भावना से प्रेरित होते हैं। इसका एक प्राथमिक कारण भारत के वित्तीय बाज़ारों की उच्च-जोखिम वाले उपक्रमों को वित्तपोषित करने की अनिच्छा और अक्षमता है। इसके बजाय, बचत अक्सर स्थापित समूहों (conglomerates) की कम जोखिम वाली परियोजनाओं में चली जाती है।

प्रभाव: यह वित्तपोषण का अंतर प्रतिभाशाली युवा भारतीयों की वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी नवाचार विकसित करने की क्षमता को बाधित करता है। यदि भारत अपने वित्तीय क्षेत्र को इच्छुक बचतकर्ताओं से जोखिम भरे स्टार्टअप तक धन पहुंचाने के लिए नवाचार नहीं करता है, तो वह उभरती प्रौद्योगिकियों और भविष्य के आर्थिक विकास में पीछे रह जाने का जोखिम उठाता है। इसके विपरीत, सफल वित्तीय नवाचार बड़े पैमाने पर आर्थिक क्षमता को खोल सकता है और नए बाज़ार बना सकता है। रेटिंग: 8/10।