Economy
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Updated on 06 Nov 2025, 12:28 pm
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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केपीएमजी (KPMG) और गैर-लाभकारी संगठन स्वयं (Svayam) द्वारा जारी एक व्यापक श्वेत पत्र भारत पर एक महत्वपूर्ण आर्थिक बोझ को उजागर करता है, जिसमें दुर्गम बुनियादी ढांचे के कारण सालाना $214 बिलियन (लगभग 17.9 लाख करोड़ रुपये) के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। इस अप्रयुक्त क्षमता का श्रेय कम उत्पादकता वाले वर्षों और प्रमुख क्षेत्रों में बाजार की भागीदारी में कमी को जाता है। 'क्या पहुंच आर्थिक रूप से समझ में आती है?' (‘Does Accessibility Make Economic Sense?’) नामक यह रिपोर्ट तर्क देती है कि पहुंच को केवल एक कल्याणकारी उपाय के बजाय एक महत्वपूर्ण आर्थिक रणनीति के रूप में देखा जाना चाहिए। इसकी अनुपस्थिति भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि को कई प्रतिशत अंकों तक नीचे खींच रही है। स्वयं की संस्थापक और अध्यक्ष, स्मिनू जिंदल ने कहा कि भारत व्यवसायों में पहुंच समावेशन की कमी के कारण जीडीपी में अनुमानित $1 ट्रिलियन का नुकसान झेल रहा है, और लक्षित हस्तक्षेप जीडीपी और उत्पादकता को काफी बढ़ा सकते हैं। लगभग हर तीन में से एक भारतीय, यानी लगभग 486 मिलियन लोग, विकलांगता, उम्र, बीमारी या अस्थायी चोट के कारण कुछ हद तक सीमित गतिशीलता का अनुभव करते हैं। जब उनके परिवारों और देखभाल करने वालों को शामिल किया जाता है, तो यह आंकड़ा 700 मिलियन से अधिक हो जाता है। प्रभाव: इस खबर का भारतीय अर्थव्यवस्था और इसकी विकास क्षमता पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। दुर्गमता की आर्थिक लागत को उजागर करके, रिपोर्ट नीतिगत बदलावों और व्यावसायिक प्रथाओं का आग्रह करती है जो नए बाजारों को खोल सकती हैं, श्रम भागीदारी बढ़ा सकती हैं और उपभोक्ता मांग को बढ़ावा दे सकती हैं। जो क्षेत्र विशेष रूप से प्रभावित हैं और बेहतर पहुंच से लाभान्वित हो सकते हैं, उनमें परिवहन, पर्यटन, खेल और डिजिटल सेवाएं शामिल हैं। इन मुद्दों को संबोधित करने से महत्वपूर्ण जीडीपी वृद्धि और अधिक समावेशी अर्थव्यवस्था हो सकती है। प्रभाव रेटिंग: 8/10 कठिन शब्द: पहुंच बुनियादी ढांचा (Accessibility Infrastructure): ऐसी सुविधाएं, सेवाएं और प्रणालियाँ जो विकलांग लोगों, बुजुर्गों और अस्थायी अक्षमताओं वाले लोगों सहित सभी लोगों द्वारा उपयोग की जा सकें। इसमें रैंप, सुलभ शौचालय, आसानी से नेविगेट की जाने वाली वेबसाइटें और सार्वजनिक परिवहन शामिल हैं। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद - Gross Domestic Product): एक विशिष्ट समयावधि में किसी देश की सीमाओं के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य। गतिशीलता (Mobility): स्वतंत्र रूप से और आसानी से चलने या ले जाने की क्षमता। गुणक प्रभाव (Multiplier Effects): एक ऐसी घटना जहां एक प्रारंभिक आर्थिक प्रोत्साहन या निवेश से कुल आर्थिक गतिविधि में आनुपातिक रूप से अधिक वृद्धि होती है। डिजिटल पहुंच (Digital Accessibility): वेबसाइटों, मोबाइल अनुप्रयोगों और अन्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों को इस तरह से डिजाइन और विकसित करने का अभ्यास ताकि विकलांग व्यक्ति भी उनका उपयोग कर सकें।