Economy
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Updated on 08 Nov 2025, 05:03 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने सदस्यों द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं को हल करने के लिए कई नई पहलों और सिस्टम सुधारों के माध्यम से सक्रिय रूप से काम कर रहा है। समाधान आउटरीच कार्यक्रम और निधि आपके निकट मासिक सत्र सदस्यों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को हल करने में मदद कर रहे हैं, जिनमें नाम में साधारण वर्तनी की गलतियों से लेकर जटिल पेंशन दावे और मृत सदस्यों के परिवारों के लिए धन जारी करना शामिल है। लाभार्थियों (beneficiaries) के लिए प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए एक सिंगल विंडो डेथ क्लेम काउंटर भी स्थापित किया गया है।
कई सदस्य, विशेष रूप से पुराने, कागज-आधारित रिकॉर्ड सिस्टम वाले, डिजिटल इंटरफेस (digital interfaces) के साथ संघर्ष करते हैं और उन्हें शेष राशि (balance) की जांच करने या धन निकालने (withdraw) जैसे बुनियादी कार्यों में सहायता की आवश्यकता होती है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ऐसे उदाहरण बताए जहां यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से अनजान मजदूरों को इन आउटरीच कार्यक्रमों से लाभ हुआ है। औसतन, EPFO के वज़ीरपुर क्षेत्रीय कार्यालय में प्रतिदिन लगभग 500 लोग सहायता के लिए आते हैं।
अपने ऑनलाइन पोर्टल और उच्च अस्वीकृति दरों (rejection rates) के साथ हुई पिछली समस्याओं को पहचानते हुए, EPFO ने एक महत्वपूर्ण IT सिस्टम ओवरहॉल (overhaul) शुरू किया है। इसमें हार्डवेयर को अपग्रेड करना, नेटवर्क बैंडविड्थ (network bandwidth) बढ़ाना, निरंतर सॉफ्टवेयर सुधार, और लगभग 123 अलग-अलग डेटाबेस को समेकित (consolidate) करने का एक बड़ा अभ्यास शामिल था। तकनीकी विशेषज्ञों को बुलाया गया था, और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) के माध्यम से C-DAC से ऑनलाइन सिस्टम को नया रूप देने के लिए विकास सहायता मांगी गई थी।
इन सुधारों से प्रक्रिया सरलीकरण (process simplifications) हुए हैं, जिनमें एक केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (centralized pension payment system), सरल फॉर्म, परिवर्तनों के लिए प्रत्यक्ष आधार प्रमाणीकरण (Aadhaar authentication), फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication Technology - FAT) के माध्यम से UAN जनरेशन की शुरुआत, ऑटो-सेटलमेंट (auto-settlement) सीमा को 5 लाख रुपये तक बढ़ाना, और दावों के लिए अनुमोदन स्तर (approval levels) को कम करना शामिल है। फंड निकालने की प्रक्रिया को 13 श्रेणियों से घटाकर केवल तीन श्रेणियों में लाकर सुव्यवस्थित किया गया है: आवश्यक ज़रूरतें (essential needs), आवास (housing), और विशेष परिस्थितियाँ (special circumstances), जिसमें न्यूनतम शेष राशि (minimum balance) का प्रावधान भी है। इन प्रयासों ने अंतिम निपटान दावों (final settlement claims) के लिए अस्वीकृति दर को कम करने में योगदान दिया है, जो 2022-23 में 33.8% से घटकर 2023-24 में 30.3% हो गई है।
प्रभाव: इस समाचार का भारतीय कार्यबल के एक बड़े हिस्से पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जिससे वित्तीय सुरक्षा और सेवानिवृत्ति निधि (retirement funds) तक पहुंच बेहतर होती है। यह एक प्रमुख सार्वजनिक वित्तीय संस्थान में बेहतर शासन और दक्षता को दर्शाता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से देश के वित्तीय बुनियादी ढांचे में आर्थिक स्थिरता और निवेशक विश्वास में योगदान देता है। रेटिंग: 7/10।