Economy
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3rd November 2025, 12:08 AM
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अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट 'लर्निंग रिसोर्सेज बनाम ट्रम्प' मामले में मौखिक दलीलें सुनने के लिए तैयार है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के माल पर पारस्परिक टैरिफ लगाने के अधिकार से संबंधित है। तीन निचली अदालतों ने पहले ही फैसला सुनाया है कि राष्ट्रपति ने 1977 के अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियों अधिनियम (IEEPA) के तहत ये टैरिफ लगाने के अपने कानूनी अधिकार का उल्लंघन किया है। यह मामला उन देशों के लिए महत्वपूर्ण है जो अमेरिका के साथ व्यापार सौदे कर रहे हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उनके भविष्य के दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है। विशेष रूप से भारत, महत्वपूर्ण अमेरिकी व्यापार बाधाओं का सामना कर रहा है, जिसमें अमेरिका को उसके लगभग दो-तिहाई माल निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और रूसी तेल की निरंतर खरीद पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत का जुर्माना शामिल है। यह संयोजन भारत को अमेरिकी व्यापार प्रतिबंधों से विश्व स्तर पर सबसे अधिक प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाता है। अमेरिकी न्याय विभाग ने तर्क दिया कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन, यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे प्रमुख भागीदारों के साथ व्यापार सौदों को सुरक्षित करने के लिए IEEPA टैरिफ का लाभ उठाया था। उनका तर्क है कि राष्ट्रपति के खिलाफ फैसला उन्हें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वार्ताओं में निहत्था कर देगा और अमेरिका को प्रतिशोध के जोखिमों के सामने उजागर कर देगा। ट्रम्प प्रशासन ने "1.2 ट्रिलियन डॉलर के संचयी व्यापार घाटे" को "लगातार आर्थिक आपातकाल" के रूप में उद्धृत किया था। यदि सुप्रीम कोर्ट निचली अदालतों के फैसलों को बरकरार रखता है, तो यह 100 अरब डॉलर से अधिक के शुल्कों को अमान्य कर सकता है। हालांकि, प्रशासन ने बैकअप योजनाओं का संकेत दिया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि राष्ट्रपति के खिलाफ फैसला हाल के व्यापारिक व्यवस्थाओं को, जो पारस्परिक रियायतों पर आधारित हैं, विघटित कर सकता है और भारत के साथ चल रही बातचीत को बाधित कर सकता है, जहां टैरिफ लीवरेज ने वाशिंगटन की बातचीत की स्थिति को आकार दिया है।
प्रभाव इस खबर का वैश्विक व्यापार परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है, जो अमेरिका की सौदेबाजी की शक्ति और उसके भागीदारों के लिए व्यापार की शर्तों को प्रभावित करेगा। भारत के लिए, यह मौजूदा व्यापार शर्तों पर पुनर्विचार का कारण बन सकता है या यदि टैरिफ वापस लिए जाते हैं तो अधिक अनुकूल परिस्थितियों का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। भारतीय शेयर बाजार/भारतीय व्यवसाय पर प्रभाव के लिए रेटिंग 7/10 है।
कठिन शब्दों की व्याख्या: टैरिफ (Tariffs): सरकार द्वारा आयातित या निर्यातित माल पर लगाए गए कर। कार्यकारी अतिरेक (Executive Overreach): सरकार के कार्यकारी (जैसे राष्ट्रपति) द्वारा अपने संवैधानिक या कानूनी शक्तियों का उल्लंघन करना। आर्थिक अनिवार्यता (Economic Imperative): आर्थिक परिस्थितियों से उत्पन्न होने वाली एक अत्यावश्यक आवश्यकता या अपेक्षा। अंतर्राष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियाँ अधिनियम (IEEPA): एक अमेरिकी संघीय कानून जो राष्ट्रपति को घोषित राष्ट्रीय आपात स्थितियों के दौरान आर्थिक और विदेश नीति का प्रबंधन करने की व्यापक शक्ति देता है। व्यापार घाटा (Trade Deficit): किसी देश के आयात और निर्यात के बीच का अंतर, जहाँ आयात निर्यात से अधिक होते हैं। निषेधाज्ञा (Injunctions): अदालती आदेश जो किसी पक्ष को एक विशिष्ट कार्य करने से रोकते हैं।