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ICAI ने पेश किया नैतिकता संहिता में बड़ा बदलाव: ऑडिटर विज्ञापन में ढील, स्वतंत्रता को मजबूती

Economy

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29th October 2025, 7:37 PM

ICAI ने पेश किया नैतिकता संहिता में बड़ा बदलाव: ऑडिटर विज्ञापन में ढील, स्वतंत्रता को मजबूती

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Short Description :

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने अपनी 'नैतिकता संहिता' (Code of Ethics) में बड़े बदलावों का प्रस्ताव दिया है। इसमें ऑडिटर और उनकी फर्मों के लिए विज्ञापन और वेबसाइट विकसित करने पर लगे प्रतिबंधों को आसान बनाना शामिल है, ताकि वे अपनी सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रदर्शित कर सकें। इसके अतिरिक्त, नई दिशानिर्देश ऑडिट स्वतंत्रता को मजबूत करने पर केंद्रित हैं, जो एकाउंटेंट्स को उन सूचीबद्ध कंपनियों में गैर-ऑडिट सेवाएं (non-audit services) देने से हतोत्साहित करेंगी जहाँ वे वैधानिक ऑडिटर (statutory auditors) के रूप में कार्यरत हैं, जिससे हितों के टकराव (conflicts of interest) को कम किया जा सके और ऑडिट की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके।

Detailed Coverage :

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने अपनी 'नैतिकता संहिता' (Code of Ethics) के बड़े पुनर्गठन के लिए एक मसौदा प्रस्ताव (draft proposal) जारी किया है। इस प्रस्ताव का एक मुख्य पहलू चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और उनकी फर्मों के लिए विज्ञापन और वेबसाइट विकास से संबंधित नियमों को उदार बनाना है। इस कदम का उद्देश्य इन पेशेवरों को अपनी सेवाओं को संभावित ग्राहकों के सामने बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने के लिए सशक्त बनाना है। वर्तमान में, विज्ञापन के विकल्प विशिष्ट 'राइट-अप्स' तक सीमित हैं, जिनमें प्रारूप और सामग्री पर प्रतिबंध हैं। प्रस्तावित परिवर्तन इन सीमाओं को हटाने की कोशिश करते हैं, जिससे सेवाओं और फर्म की जानकारी को विस्तृत करने में अधिक लचीलापन आएगा, जिसमें घरेलू नेटवर्क फर्मों के लिए वेबसाइटों पर कार्यक्रमों को प्रदर्शित करना भी शामिल है। साथ ही, ICAI ऑडिट स्वतंत्रता पर सख्त दिशानिर्देशों का प्रस्ताव कर रहा है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि ये नए नियम एकाउंटेंट्स को उन सूचीबद्ध कंपनियों में गैर-ऑडिट सेवाएं प्रदान करने से हतोत्साहित करेंगे जहां वे वैधानिक ऑडिटर हैं। यह हितों के टकराव की संभावना को कम करने और ऑडिट की समग्र गुणवत्ता और अखंडता को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक कदम है। यह भारत के भीतर बड़ी, स्वदेशी लेखांकन और परामर्श फर्मों के विकास को बढ़ावा देने के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है। राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (NFRA) ने भी हितों के टकराव पर चिंता व्यक्त की है, जिसने ICAI को इन सख्त स्वतंत्रता नियमों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। प्रभाव: इस पुनर्गठन से भारत के लेखा पेशे में पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ने की उम्मीद है। निवेशकों के लिए, सेवाओं की स्पष्ट प्रस्तुति और मजबूत ऑडिट स्वतंत्रता से वित्तीय रिपोर्टिंग में अधिक विश्वास पैदा हो सकता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से बाजार स्थिरता का समर्थन करता है। व्यवसायों के लिए, यह एक अधिक मजबूत पेशेवर सेवा क्षेत्र को बढ़ावा दे सकता है जो बड़े पैमाने पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हो। इन परिवर्तनों से मल्टी-डिसिप्लिनरी पार्टनरशिप (multi-disciplinary partnerships) का गठन हो सकता है जो एक ही छत के नीचे सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती हैं। रेटिंग: 7/10 कठिन शब्द: नैतिकता संहिता (Code of Ethics): सिद्धांतों और नियमों का एक समूह जो किसी पेशे के भीतर व्यक्तियों के पेशेवर आचरण और निर्णय लेने का मार्गदर्शन करता है। ऑडिटर (Auditors): किसी संगठन के वित्तीय रिकॉर्ड और विवरणों की सटीकता और विनियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए जांच करने वाले पेशेवर। वैधानिक ऑडिटर (Statutory Auditors): कानून द्वारा कंपनी द्वारा नियुक्त किए गए ऑडिटर जो कंपनी के वित्तीय विवरणों पर एक स्वतंत्र राय प्रदान करते हैं। स्थिरता आश्वासन (Sustainability Assurance): किसी संगठन के पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) प्रदर्शन और प्रभावों पर सत्यापन और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया। हितधारक प्रतिक्रिया (Stakeholder Feedback): किसी विशेष परियोजना, उत्पाद या संगठन में रुचि रखने वाले व्यक्तियों या समूहों से एकत्र की गई राय और इनपुट। राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (NFRA): भारत में एक स्वतंत्र नियामक निकाय जो वित्तीय रिपोर्टिंग और ऑडिटिंग की गुणवत्ता की निगरानी के लिए जिम्मेदार है। हितों का टकराव (Conflict of Interest): एक ऐसी स्थिति जिसमें किसी व्यक्ति या संगठन के कई हित होते हैं, जिसमें व्यक्तिगत हितों और पेशेवर कर्तव्यों या सार्वजनिक दायित्वों के बीच टकराव की संभावना शामिल होती है। गैर-ऑडिट सेवाएं (Non-audit Services): लेखा फर्मों द्वारा अपने ऑडिट ग्राहकों को दी जाने वाली पेशेवर सेवाएं जो वैधानिक ऑडिट का हिस्सा नहीं हैं, जैसे परामर्श, सलाह, या कर सेवाएं। मल्टी-डिसिप्लिनरी पार्टनरशिप (Multi-disciplinary Partnerships): व्यावसायिक संरचनाएं जो विभिन्न विषयों (जैसे, लेखांकन, कानून, परामर्श) के पेशेवरों को एक साथ काम करने और एक ही फर्म के तहत एकीकृत सेवाएं प्रदान करने की अनुमति देती हैं।