Economy
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29th October 2025, 3:39 PM

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भारतीय शेयर बाज़ार में बुधवार को एक मज़बूत तेज़ी देखी गई, जिसमें निफ्टी इंडेक्स ने एक साल से ज़्यादा समय में पहली बार 26,000 का स्तर पार किया, और 0.5% की बढ़त के साथ 26,054 पर बंद हुआ। सेंसेक्स भी 0.4% चढ़कर 84,997 पर पहुंच गया। इस सकारात्मक गति को मुख्य रूप से अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में प्रगति और अमेरिका-दक्षिण कोरिया व्यापार समझौते के अंतिम रूप दिए जाने को लेकर उम्मीदों से बल मिला। संभावित भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदें, जो भारतीय निर्यात पर टैरिफ को काफी कम कर सकती हैं, ने भी निवेशकों की भावना को बढ़ावा दिया। मेटल और ऑयल एंड गैस क्षेत्रों ने व्यापार तनाव कम होने से कमोडिटी की मांग बढ़ने की उम्मीद में सबसे अधिक लाभ का नेतृत्व किया। अडानी समूह के स्टॉक्स, जिनमें अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी पोर्ट्स शामिल हैं, में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) शुद्ध बिकवाल थे, घरेलू संस्थानों की मज़बूत खरीदारी और सकारात्मक बाज़ार चौड़ाई ने अंतर्निहित ताकत का संकेत दिया।
Impact यह खबर भारतीय शेयर बाज़ार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है, निवेशक विश्वास को बढ़ाकर, प्रमुख सूचकांकों को ऊपर ले जाकर, और संभावित रूप से निवेश निर्णयों को प्रभावित करके। सकारात्मक भावना से और अधिक खरीदारी को प्रोत्साहित करने की संभावना है, खासकर उन क्षेत्रों में जो व्यापार की गतिशीलता के प्रति संवेदनशील हैं।