Economy
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29th October 2025, 5:50 AM

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इस सप्ताह, फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) से अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में एक चौथाई प्रतिशत अंक (0.25%) की कटौती करने की उम्मीद है। यह कदम निवेशकों द्वारा काफी हद तक अपेक्षित (priced in) है, क्योंकि फेडरल फंड्स फ्युचर्स में इस कटौती की लगभग निश्चितता दर्शाई गई है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब हाल के मुद्रास्फीति के आंकड़े, विशेष रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI), उम्मीद से नरम आए हैं, जिससे मुद्रास्फीति की चिंताओं में कुछ राहत मिली है। हालांकि, नीति निर्माता आगे की राह पर बंटे हुए हैं। एक खेमा श्रम बाजार के खतरों पर केंद्रित है, जो "तटस्थ नीतिगत रुख" (neutral policy stance) की वकालत कर रहा है। दूसरा समूह, श्रम बाजार के जोखिमों को स्वीकार करते हुए भी, अंतर्निहित मुद्रास्फीति के रुझानों, विशेष रूप से सेवा क्षेत्र में, और नए व्यापार शुल्कों (levies) के संभावित प्रभाव को लेकर चिंतित है। इस विभाजन के कारण विश्लेषकों का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल भविष्य की ब्याज दर के निर्णयों पर बहुत कम विशिष्ट मार्गदर्शन देंगे, खासकर चल रहे सरकारी शटडाउन के कारण आधिकारिक आर्थिक डेटा की कमी को देखते हुए। इसके अलावा, फेड पर नजर रखने वाले लोग यह बढ़ती हुई संभावना देख रहे हैं कि समिति अपनी बैलेंस शीट को कम करने की प्रक्रिया को रोक सकती है। इस कार्रवाई में फेड के ट्रेजरी सिक्योरिटीज के पोर्टफोलियो को सिकोड़ना शामिल है ताकि ओवरनाइट फंडिंग बाजारों से बहुत अधिक नकदी (liquidity) न निकल जाए, जिन्होंने तनाव के संकेत दिखाए हैं। प्रभाव: अमेरिकी डॉलर के प्रभाव और अर्थव्यवस्थाओं की परस्पर संबद्धता के कारण यह खबर वैश्विक वित्तीय बाजारों के लिए अत्यधिक प्रभावशाली है। निवेशक भविष्य की दर नीति के किसी भी संकेत के लिए बारीकी से नजर रखेंगे, जो मुद्रा विनिमय दरों, वस्तुओं की कीमतों और भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश प्रवाह को प्रभावित कर सकता है। बैलेंस शीट से धन की निकासी (runoff) को रोकने की संभावित रोक भी वित्तीय प्रणालियों में अधिक नकदी डाल सकती है, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है।