Economy
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28th October 2025, 6:08 PM

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भारत के वाणिज्य मंत्रालय का हिस्सा, विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (TEPA) के तहत घरेलू निर्यातकों को सुविधा प्रदान करने के लिए एक प्रावधान में संशोधन किया है। यह मुक्त व्यापार समझौता, जो 1 अक्टूबर से प्रभावी हुआ है, अब निर्यातकों को स्व-घोषणा के माध्यम से उत्पत्ति का प्रमाण पत्र (CoO) प्राप्त करने की अनुमति देता है। पहले, यह दस्तावेज़, जो शुल्क रियायतें प्राप्त करने और आयात करने वाले देशों में माल की उत्पत्ति को साबित करने के लिए आवश्यक था, केवल अधिकृत एजेंसियों द्वारा जारी किया जाता था।
**प्रभाव:** इस बदलाव का उद्देश्य निर्यात प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना, तीसरे पक्ष की एजेंसियों पर निर्भरता कम करना और निर्यातकों के लिए लागत और प्रसंस्करण समय को संभावित रूप से कम करना है। इससे ईएफटीए बाजारों (आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड) में भारतीय वस्तुओं की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ने और द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा में वृद्धि होने की उम्मीद है। सरलीकृत अनुपालन प्रक्रिया इस व्यापार मार्ग में लगे व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। रेटिंग: 7/10
**शीर्षक: कठिन शब्द** * **उत्पत्ति का प्रमाण पत्र (Certificate of Origin - CoO):** एक दस्तावेज जो प्रमाणित करता है कि उत्पाद किस देश में निर्मित या उत्पादित हुआ है। यह सीमा शुल्क निकासी (customs clearance) और मुक्त व्यापार समझौतों के तहत तरजीही शुल्क दरों (preferential duty rates) का दावा करने के लिए आवश्यक है। * **भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (TEPA):** भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) सदस्य राज्यों के बीच एक मुक्त व्यापार समझौता, जिसका उद्देश्य आर्थिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देना है। * **विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT):** भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एक संगठन जो भारत की आयात और निर्यात नीति से संबंधित मामलों के लिए जिम्मेदार है। * **स्व-घोषणा (Self-declaration):** एक प्रक्रिया जहां एक व्यक्ति या इकाई बाहरी प्राधिकरण के सत्यापन की आवश्यकता के बिना, तथ्य का औपचारिक बयान देती है। * **शुल्क रियायतें (Duty Concessions):** आयातित वस्तुओं पर लगाए जाने वाले करों (शुल्कों) में कमी या छूट, जो आमतौर पर मुक्त व्यापार समझौतों के तहत दी जाती है।