Economy
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31st October 2025, 5:20 PM
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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड धारकों के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारी को अपडेट करने की प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है। अब निवासी अपने नाम, पते, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर जैसे विवरण पूरी तरह से ऑनलाइन बदल सकते हैं। इस डिजिटल परिवर्तन का उद्देश्य आधार केंद्रों पर शारीरिक रूप से जाने और लंबी कतारों की आवश्यकता को कम करना है। इन बदलावों का सत्यापन लिंक किए गए सरकारी दस्तावेजों जैसे पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या राशन कार्ड का उपयोग करके डिजिटल रूप से पूरा किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया तेज और अधिक विश्वसनीय बनेगी।
एक महत्वपूर्ण नई अधिसूचना में कहा गया है कि सभी स्थायी खाता संख्या (PAN) कार्ड धारकों को 31 दिसंबर 2025 तक अपने आधार कार्ड को अपने पैन से लिंक कराना अनिवार्य है। इस समय सीमा का पालन न करने पर 1 जनवरी 2026 से पैन कार्ड निष्क्रिय कर दिए जाएंगे, जिससे वे सभी कर और वित्तीय लेनदेन के लिए अमान्य हो जाएंगे। इसका मतलब यह भी है कि पैन कार्ड के नए आवेदकों को अपने आवेदन के हिस्से के रूप में आधार-आधारित सत्यापन से गुजरना होगा।
इसके अलावा, बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने अपनी 'नो योर कस्टमर' (KYC) प्रक्रियाओं को पूरी तरह से डिजिटल और कागज रहित बना दिया है, जिससे ग्राहक आधार ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण, वीडियो KYC, या वैकल्पिक व्यक्तिगत सत्यापन का उपयोग करके सत्यापन पूरा कर सकते हैं।
1 नवंबर से आधार सेवाओं के लिए एक संशोधित शुल्क संरचना भी प्रभावी है: नाम, पता, या मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए 75 रुपये; बायोमेट्रिक्स (फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन, फोटो) अपडेट करने के लिए 125 रुपये। 5-7 और 15-17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट मुफ्त हैं। ऑनलाइन दस्तावेज़ अपडेट 14 जून 2026 तक मुफ्त हैं, जिसके बाद केंद्रों पर 75 रुपये का शुल्क लागू होगा। आधार रीप्रिंट अनुरोधों की लागत 40 रुपये है।
प्रभाव: यह पहल नागरिकों के लिए सुविधा बढ़ाएगी और वित्तीय सेवाओं को सुव्यवस्थित करेगी। अनिवार्य आधार-पैन लिंकिंग वित्तीय अखंडता और कर अनुपालन के लिए महत्वपूर्ण है, जिसके उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ होंगे जो समय सीमा को पूरा करने में विफल रहते हैं। रेटिंग: 9/10।
कठिन शब्द: * आधार: UIDAI द्वारा सभी भारतीय निवासियों को जारी किया गया 12 अंकों का एक अद्वितीय पहचान नंबर। * UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण): आधार संख्या जारी करने और आधार डेटाबेस के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार वैधानिक प्राधिकरण। * PAN (स्थायी खाता संख्या): कर उद्देश्यों के लिए आयकर विभाग द्वारा जारी किया गया 10 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर। * KYC (नो योर कस्टमर): वित्तीय संस्थानों द्वारा अपने ग्राहकों की पहचान और पते को सत्यापित करने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया। * बायोमेट्रिक्स: उंगलियों के निशान, आईरिस स्कैन और चेहरे की पहचान जैसी व्यक्तिगत भौतिक विशेषताएं, जिनका उपयोग पहचान के लिए किया जाता है। * OTP (वन-टाइम पासवर्ड): एक अद्वितीय, अस्थायी पासवर्ड जो एक एकल लॉगिन या लेनदेन सत्र के लिए उत्पन्न होता है।