S&P ग्लोबल ने मजबूत घरेलू खपत का हवाला देते हुए वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत के जीडीपी वृद्धि अनुमान को 6.5% पर बनाए रखा है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ निर्यात और भारतीय रुपये को प्रभावित कर रहे हैं, जो कमजोर हुआ है। एजेंसी का सुझाव है कि एक अमेरिकी व्यापार समझौते से विश्वास बढ़ सकता है और श्रम-गहन क्षेत्रों को बढ़ावा मिल सकता है। मुद्रास्फीति में गिरावट के बाद अगले वित्त वर्ष में 5% तक बढ़ने की उम्मीद है।