भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रुपये को बचाने के लिए जनवरी से सितंबर के बीच रिकॉर्ड $37.99 बिलियन डॉलर बेचे हैं, जो तीन वर्षों में सबसे बड़ा हस्तक्षेप है। अमेरिकी टैरिफ और विदेशी फंड के बहिर्quinoxalin के कारण रुपया साल-दर-तारीख 4.10% कमजोर हुआ है, जिसके चलते RBI अस्थिरता को प्रबंधित करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है।