निफ्टी 2026 सरप्राइज! नोमुरा का बड़ा अनुमान - 13% उछाल की भविष्यवाणी, क्या आपका पोर्टफोलियो तैयार है?
Overview
नोमुरा सिक्योरिटीज का अनुमान है कि निफ्टी इंडेक्स 2026 तक 29,300 पर पहुंच जाएगा, जो मौजूदा स्तरों से लगभग 13% की तेजी का संकेत देता है। ब्रोकरेज फर्म ने इस उम्मीद का श्रेय घरेलू और वैश्विक परिस्थितियों में सुधार, शांत भू-राजनीति, स्थिर मैक्रोइकॉनॉमिक्स, और आर्थिक व कॉर्पोरेट आय वृद्धि में चक्रीय सुधार को दिया है। यह बुलिश आउटलुक गोल्डमैन सैक्स और एचएसबीसी की भविष्यवाणियों के अनुरूप है, हालांकि नोमुरा विदेशी पूंजी प्रवाह को लेकर सतर्क है।
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नोमुरा के अनुसार, 2026 में निफ्टी में बड़ी बढ़त की उम्मीद
नोमुरा सिक्योरिटीज ने अनुमान लगाया है कि बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स 2026 तक 29,300 के स्तर पर पहुंच जाएगा, जो हाल के समापन स्तरों से लगभग 13% की संभावित बढ़त दर्शाता है। यह बुलिश आउटलुक भारतीय इक्विटी बाजारों के लिए एक मजबूत साल का संकेत देता है, जो कई सकारात्मक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कारकों के संगम से प्रेरित होगा।
नोमुरा के आशावाद के कारण
ब्रोकरेज फर्म ने अपने सकारात्मक दृष्टिकोण का श्रेय कई प्रमुख विकासों को दिया है। नोमुरा के क्लाइंट नोट में शांत भू-राजनीतिक तनाव, स्थिर मैक्रोइकॉनॉमिक स्थितियां, और आर्थिक गतिविधियों व कॉर्पोरेट आय वृद्धि में अपेक्षित चक्रीय सुधार को अपने मूल्यांकन संबंधी दृष्टिकोण का समर्थन करने वाले मूलभूत तत्वों के रूप में उजागर किया गया है।
भारतीय इक्विटी के लिए मूल्यांकन का लाभ
नोमुरा ने बताया है कि पिछले 14 महीनों में भारतीय इक्विटी बाजार अधिकांश वैश्विक बाजारों से पीछे रहा है। इस सापेक्षिक पिछड़ापन के दौरान, भारतीय शेयरों का मूल्यांकन प्रीमियम ऐतिहासिक औसत के करीब आ गया है, जो निवेशकों के लिए एक आकर्षक प्रवेश बिंदु प्रस्तुत करता है।
वैश्विक संस्थाएं भी बुलिश रुख दोहरा रहीं
नोमुरा का अनुमान अन्य प्रमुख वैश्विक वित्तीय संस्थानों की हालिया भविष्यवाणियों के अनुरूप है। गोल्डमैन सैक्स और एचएसबीसी ने भी हाल ही में बुलिश रुख व्यक्त किया है, जिसमें 2026 में निफ्टी और सेंसेक्स के लिए क्रमशः लगभग 12% और 10% की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
विदेशी पूंजी प्रवाह पर सतर्क दृष्टिकोण
बाजार के प्रदर्शन पर सकारात्मक दृष्टिकोण के बावजूद, नोमुरा ने विदेशी पूंजी के प्रवाह को लेकर सतर्क रुख व्यक्त किया है। फर्म को विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPIs) में तेज वृद्धि की उम्मीद नहीं है, लेकिन मामूली सुधार की अपेक्षा करती है। नोमुरा का सुझाव है कि यदि वैश्विक रैलियां धीमी होती हैं और AI ट्रेड ठंडा होता है, तो FPIs की रुचि भारतीय इक्विटी में बढ़ सकती है क्योंकि मूल्यांकन लंबी अवधि के औसत की तुलना में अधिक आकर्षक हो जाएंगे।
प्रभाव
- यह अनुमान इक्विटी बाजारों में पूंजीगत प्रशंसा के माध्यम से भारतीय निवेशकों के लिए धन सृजन की संभावना दर्शाता है।
- यह निवेशक के विश्वास को बढ़ा सकता है, जिससे घरेलू खुदरा भागीदारी और विदेशी निवेश में क्रमिक वृद्धि आकर्षित हो सकती है।
- निफ्टी में शामिल कंपनियां, विशेष रूप से वे जो आर्थिक सुधार और आय वृद्धि से लाभान्वित होती हैं, बेहतर स्टॉक प्रदर्शन देख सकती हैं।
- प्रभाव रेटिंग 10 में से 8 है।

