चेन्नई में स्टैंडर्ड चार्टर्ड और सीएनबीसी-टीवी18 द्वारा आयोजित एक हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में भारत के वैश्विक नेतृत्व के मार्ग पर चर्चा की गई। मुख्य बातें डिजिटल परिवर्तन, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) के विस्तार और विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित थीं। विशेषज्ञों ने नौकरियों के विस्थापन के बजाय कौशल विकास के लिए AI को एकीकृत करने पर जोर दिया और ऑटोमोटिव जैसे क्षेत्रों में भारत की हिस्सेदारी को 3% से नेतृत्व तक ले जाने के लिए उसकी क्षमता को उजागर किया।