भारत ने पिछले दो सालों में रिकॉर्ड-तोड़ IPO उछाल देखा है, जिसमें लगभग 180 कंपनियों ने ₹3 लाख करोड़ के करीब जुटाए हैं। कई नई लिस्टिंग्स अब स्थापित ब्लू-चिप कंपनियों के बराबर या उनसे ज़्यादा वैल्यूएशन हासिल कर रही हैं। यह ट्रेंड बाज़ार के समीकरणों को बदल रहा है क्योंकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी स्थापित कंपनियाँ धीमी ग्रोथ और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण वैल्यूएशन की चुनौतियों का सामना कर रही हैं।